HIV: अमेरिका में एचआईवी (HIV) संक्रमित महिला ने वायरस को मात दी है. जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों ने पहली बार किसी महिला का सफल इलाज किया है. महिला का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि इस पूरे इलाज को स्टेमसेल ट्रांसप्लांट के जरिए पूरा किया गया है. 


डॉक्टरों के मुताबिक, स्टेमसेल एक ऐसे शख्स ने दान किया जिसमें एचआईवी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता थी. डॉक्टर की टीम ने बताया कि, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के डॉ. इवोन ब्राइसन और बालटीमोर की जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की डॉ. डेब्रा परसॉड के नेतृत्व में इस इलाज की पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है. 


इससे पहले दो पुरुषों का हुआ था सफल इलाज


जानकारी के मुताबिक, इससे पहले दो एचआईवी मरीजों ने वायरस को मात दी थी. इनमें से एक मामला श्वेत पुरुष का था तो वहीं दूसरा साउथ अमेरिका के एक शख्स का. वहीं, अब पहली बार एक महिला ने एचआईवी को  मात दे दी है. 


ऐसे हुआ इलाज


डॉक्टर की टीम ने पहले पीड़ित मरीज की कीमोथेरेपी की जिससे कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जा सके. बताया गया उसके बाद जेनेटिक म्यूटेशन वाले शख्स से स्टेमसेल लेकर मरीज में ट्रांसप्लांट किए गए. शोधकर्ताओं का मानना है कि ट्रांसप्लांट से मरीजों में एचआईवी के प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है. 


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