चीन में फैले HMPV के पैटर्न पर आई WHO की पहली प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा?
HMPV Virus Update: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में है और उसे कोई असमान्य पैटर्न की रिपोर्ट नहीं मिली है.
WHO On HMPV: भारत के कई राज्यों में एचएमपीवी के मामले सामने आ चुके हैं. ये वायरस खासकर बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है. अब तक कई बच्चे इसकी जद में आ चुके हैं. इसके बाद से पैरेट्स में अपने बच्चों को लेकर चिंता है. इन सब के बीच चीन में फैले वायरस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में है और चीन में हेल्थ सर्विस सिस्टम पर कोई दबाव नहीं है. साथ ही आपातकालीन घोषणा भी नहीं की गई है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि असामान्य प्रकोप पैटर्न की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. बयान में कहा गया, “डब्ल्यूएचओ मदद करने वाला सिस्टम के जरिए वैश्विक, इलाकाई और देश स्तर पर सांस संबंधी बीमारियों की निगरानी कर रहा है और जरूरत के हिसाब के अपडेट दे रहा है.''
चीन में पैर पसार रहा ये वायरस
चीन ने 29 दिसंबर 2024 तक के आंकड़े जारी किए हैं. उसके आधार पर हाल के सप्ताहों के दौरान तीव्र श्वसन संक्रमण में इजाफा हुआ है और खास तौर से चीन के उत्तरी प्रांतों में मौसमी इन्फ्लूएंजा, राइनोवायरस और एचएमपीवी का पता लगाने में भी तेजी आई है.
इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि हालांकि सांस संबंधी रोगियों की पहचान में इजाफा हुआ है, लेकिन यह उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों के दौरान हर साल होने वाली बीमारी की सीमा के अंदर ही है.
एचएमपीवी को लेकर जारी रिपोर्ट में क्या कहा गया?
इस वायरस से संबंधित जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है, "एचएमपीवी एक आम सांस से संबंधित वायरस है जो सर्दियों से लेकर वसंत तक कई देशों में फैलता है, हालांकि सभी देश नियमित रूप से एचएमपीवी के रुझानों पर डेटा की टेस्टिंग और पब्लिश नहीं करते हैं. फिर भी कुछ मामलों में ब्रोंकाइटिस या निमोनिया के साथ अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है, एचएमपीवी से संक्रमित ज्यादातर लोगों में सामान्य सर्दी के समान हल्के लक्षण होते हैं और कुछ दिनों के बाद ठीक हो जाते हैं." WHO ने ये भी कहा कि HMPV के लिए निगरानी और प्रयोगशाला डेटा सभी देशों से नियमित रूप से उपलब्ध नहीं है.
ये भी पढ़ें: HMPV वायरस बच्चों के लिए कितना खतरनाक? नई स्टडी ने चौंकाया