इस्लामाबाद: अमृतसर में सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन एलईटी (लश्कर-ए-तैयबा) और जेईएम (जैश ए मोहम्मद) वाला घोषणपत्र सर्वसम्मति से लाया गया. अपनी वापसी पर अजीज ने इसके महत्व को दरकिनार करते हुए कहा कि लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद के साथ घोषणापत्र में अन्य समूहों का भी जिक्र किया गया है.

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सम्मेलन का जोर आतंकवाद खत्म करने के लिए सभी क्षेत्रीय संगठनों से निपटना था. एचओए युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान के पुननिर्माण पर चर्चा का मंच है. अजीज ने कहा कि घोषणापत्र सर्वसम्मति वाला था और सिर्फ लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद का ही नहीं बल्कि कई और समूहों का ज़िक्र हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद से निपटने के लिए हम दबाव में नहीं है. यह सच नहीं है क्योंकि हम अपने हित में यह पहले से ये कर रहे हैं.’’ उन्होंने एचओए सम्मेलन में शिरकत करने के पाकिस्तान सरकार के फैसले का भी बचाव किया.