नई दिल्ली: जिस देश ने अपने विज्ञान और टेक्नॉलजी के दम पर पूरी दुनिया में मिसाल कायम की है, वह देश भीतर ही भीतर अकेला और मायूस होता चला जा रहा है. हम बात कर रहे हैं जापान की, जहां की ट्रेन हवा से बातें करती है और जहां की टेक्नॉलजी का पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं है.
एक शोध के मुताबिक जापान में पिछले कुछ अरसे से वहां का यूथ रोमांटिक रिलेशनशिप को लेकर काफी नकारात्मक होता चला जा रहा है. जिसका परिणाम यह देखने को मिला की जापान में बर्थ रेट गिर गया. हालत यहां तक आ पहुंची की जापानी मीडिया ने इस मानसिकता को सेलिबेसी सिंड्रोम का नाम दे दिया, जहां महिला और पुरुष के बीच आकर्षण कम हो जाता है.
इस चिंताजनक जनक स्थिति से उबरने के लिए एक जापानी कंपनी ने वर्चुअल पत्नी का आविष्कार किया है, इसे होलोग्राफिक नाम दिया गया है. ये वर्चुअल असिसटेंट की तरह काम करेगा. जिसके सराहे कोई भी व्यकित खुशी से रह सकेगा और किसी की आजादी में खलल नहीं डालेगा. यह सुविधा ऐपल, एमेजन और माइक्रोसॉफ्ट के लिए उपलब्ध होगा, जो मानवरुप में काम करेगा.
खासकर यह होलोग्राफिक पार्टनर उन जापानी मर्दों के लिए है जो अकेले रह रहे हैं. इस होलोग्राफिक कैरेक्टर को मिनी स्कर्ट और हाईनी शॉक्स में तैयार किया जाएगा जो 50 सेंटीमीटर की ग्लास में बंद होगा. इस कैरेक्टर के साथ कोई भी व्यक्ति मैसेज के जरिए बात भी कर सकता है. कुल मिलाकर यह होलोग्राफिक कैरेक्टर एक वर्चुअल साथी की तरह काम करेगा. जो बातचीत से लेकर मौसम की जानकारी भी देगा और लोगों के घरों की देखरेख भी करेगा. लाइट, फ्रीज और एसी को भी ऑन-
ऑफ करने में सक्षम होगा.
2015 के एक रीसर्च के मुताबिक जापान में 16 साल से 49 साल के बीच की आयु वाले लोगों में से 49.3 प्रतिशत लोगों ने शारिरीक संबंध नहीं बनाए. इतना ही नहीं 2011 में शोध के आंकड़े और ज्यादा चौंकाने वाले है जिसमें यह बताया गया कि 61 प्रतिशत पुरुष और 49 प्रतिशत महिलाओं को किसी भी तरह के रोमांटिक रिलेशनशीप से पहरेज है.