हांगकांग: बीजिंग की गंभीर चेतावनियों को दरकिनार करते हुए एक लाख से अधिक की संख्या में लोगों ने यहां रविवार को लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारी काले कपड़े पहने हुए थे. बारिश के बावजूद विक्टोरिया पार्क प्रदर्शनकारियों से भर गया, और उसके बाद भी लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा और इस तरह पार्क के बाहर सभी सड़कें भी प्रदर्शनकारियों से भर गईं.
यह विरोध प्रदर्शन एक प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ शुरू हुआ है, जिसे हांगकांग सरकार ने निलंबित कर दिया है. रैली में शामिल होने जा रहे प्रदर्शनकारियों से सबवे रेलवे स्टेशन भर गए, जिसके बाद उन्हें बंद कर देना पड़ा.
प्रशासन ने हालांकि आयोजक सिविल ह्यूमन राइट फ्रंट को मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन पार्क में इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए कि वहां की सड़कें भी प्रदर्शनकारियों से भर गईं. पुलिस ने हालांकि विक्टोरिया पार्क में प्रदर्शन की अनुमति दी थी.
वांग नामक एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम दो महीने से अधिक समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. हम बस बार-बार प्रदर्शन कर रहे हैं."
पुलिस ने दागी गोलियां
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच पिछले 10 सप्ताहों के दौरान संघर्ष हुए हैं, और सुरक्षा बलों ने आंसूगैस के गोले और रबर की गोलियां दागे हैं, लेकिन सप्ताहांत की रैलियां शांतिपूर्ण रही हैं.
चीन ने इन विरोध प्रदर्शनों को आतंकी गतिविधि करार दिया है. उसने शेनझेन के पास सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है. पिछले सप्ताह प्रदर्शनकारियों ने हवाईअड्डे पर कब्जा कर लिया था, जिसके कारण सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं.
इस घटनाक्रम ने एशिया के एक प्रमुख वित्तीय केंद्र को संकट में डाल दिया है. कई सारे व्यापारिक प्रतिष्ठान हिंसा के डर से रविवार को बंद रहे.
साउथ चाइना मार्निग पोस्ट के अनुसार, हांगकांग सरकार के प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर जून में विरोध प्रदर्शन भड़क उठा था. प्रशासन ने मसौदा विधेयक को 15 जून को वापस ले लिया और शहर के नेता कैरी लैम ने बाद में इसे रद्द घोषित कर दिया, तभी से प्रदर्शनकारी इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतर आए हैं.
प्रदर्शन से आर्थिक विकास पर बुरा असर
हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में चल रही हिंसक कार्रवाई से हांगकांग के आर्थिक और सामाजिक विकास पर बुरा असर पड़ा है. हांगकांग के मुख्य अखबारों ने हिंसा के खिलाफ कानून की रक्षा करने और शांति बहाल करने के साथ ही 'एक देश दो व्यवस्थाओं' की नीति की रक्षा करने की अपील की, ताकि हांगकांग जल्द ही विकास के सही रास्ते पर लौट सके.
हांगकांग के अखबार वेन वी पो ने कहा कि अवैध हिंसक कार्रवाई से पूरे हांगकांग को नुकसान पहुंचा. हिंसा का विरोध करने में विभिन्न जगतों को एकजुट होना चाहिए.
अखबार हांगकांग वाणिज्यिक दैनिक ने कहा कि हिंसक कार्रवाई से हांगकांग के आर्थिक और सामाजिक विकास पर बुरा असर पड़ा है. हिंसा का विरोध और कानून की बहाली हांगकांग में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जरूरी है.
ह्वॉर्फ (होल्डिंग्स) लिमिटेड के मुख्य सलाहकार पीटर वू ने 16 अगस्त को कंपनी के कर्मचारियों को मेल किया और हिंसा का विरोध करने की अपील की.
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