क्या मच्छर के थूक से बनाई गई वैक्सीन अगली महामारी को रोकने में हो सकती है मददगार?
अमेरिका में मच्छर के थूक से वैक्सीन को मानव परीक्षण में सुरक्षित पाया गया है.इसकी सफलता को मच्छर जनित रोग के खिलाफ बड़ी पहल बताया जा रहा है.
एक ऐसे वक्त में जब दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है. इलाज ढूंढने के लिए वैज्ञानिक वैक्सीन तलाश करने में जुटे हैं, ऐसे में अमेरिका में मच्छर के थूक से एक वैक्सीन तैयार कर ली गई है.
दावा किया जा रहा है कि कीड़े, मकोड़ों और मच्छरों के काटने से होनेवाले रोगजनकों का वैक्सीन खात्मा कर देगी. वैक्सीन मच्छरों के काटने से इंसानों में होनेवाले रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीला बुखार से बचाएगी. अगर वैक्सीन का परीक्षण कामयाब हो जाता है तब सभी रोगजनकों के खिलाफ लड़ाई में मददगार साबित होगी.
मच्छर के थूक से वैक्सीन बनाने के शोध की शुरुआत महिला वैज्ञानिक जेसिका मैनिंग की अगुवाई में अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शन डिजीज ने किया है. शोध का मकसद एक ऐसी वैक्सीन तैयार करना है जिसके जरिए डेंगू, मलेरिया, चिकनगुना, पीला बुखार समेत ऐसी ही कई बीमारियों का इलाज किया जा सके. इंसानों में मच्छर के थूक से वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल अपने आप में पहली बार शुरू किया गया है.
गुरुवार को द लांसेट पत्रिका में शुरुआती नतीजों को प्रकाशित किया गया है. शोधकर्ताओं के मुताबिक मानव परीक्षण में वैक्सीन को सुरक्षित पाया गया. उनका कहना है कि इससे एंटी बॉडी विकसित करने में सफलता मिली. वैक्सीन ने मानव शरीर में दाखिल होकर एंडी बॉडीज और कोशिकाओं की प्रतिक्रिया को तेज कर दिया. शोध के पहले चरण में 49 लोगों को ये वैक्सीन लगाई गई जिसके कुछ हफ्तों बाद उनके हाथों पर मच्छरों से कटवाया गया. मच्छरों से कटवाने के बाद उन लोगों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का जायजा लिया गया.
इस दौरान पाया गया कि वैक्सीन के असर से प्रतिरोधक क्षमता काफी सक्रिय हो गई. जैसिका मैनिंग ने कहा, “हमें ज्यादा नवाचार उपकरणों की जरूरतों की जरूरत है. इस तरह की एक वैक्सीन बीमारियों के खिलाफ जहर का प्याला साबित होगी.” विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल दुनिया भर में मलेरिया से करीब 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है. ये मौत ज्यादा गरीब मुल्कों में होती है जहां वैक्सीन शोध और फंडिंग का इंतेजाम नहीं होता है. चिंता के प्रमुख कारणों में से एक मच्छरों के जरिए फैलनेवाले रोगजनक हैं. जानकारों का मानना है कि अगर मच्छर के थूक से बनाई जानेवाली वैक्सीन कामयाब हो गई तो उम्मीद है बहुत सारी बीमारियों का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जाएगा.
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