तिजुआना: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में शरण मांग रहे बच्चों को 'ज़हरीली गैस' दी जा रही है जिससे उनका दम घुट रहा है. अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका और मेक्सिको के बीच अमेरिका में प्रवेश के सबसे बड़े रास्ते को रविवार को बंद कर दिया. उन्होंने सेंट्रल अमेरिका के उन प्रवासियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे जो दोनों देशों को बंटाने वाली बाड़ के पास बेतरतीबी से दौड़कर पहुंचे. बताया जा रहे है कि इसकी वजह से कई परिजन अपने बच्चों से अलग हो गए और ज़हरीली आंसू गैस की वजह से बच्चों को सांस लेने में भारी तकलीफ का सामना करना पड़ा और ज़्यादातर बच्चों के आंसू निकल रहे थे.


बॉर्डर पर मौजूद लोगों की संख्या कोई ख़ास नहीं थी. लेकिन प्रवासियों की किसी तरह से किसी भी रास्ते अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश और आंसू गैस की वजह से सांस तक लेने में संघर्ष कर रहे मां और बच्चों की हालत ने साफ कर दिया कि स्थिति बहुत गंभीर है. रविवार को प्रवासी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. ये प्रदर्शन उस धीमी गति के ख़िलाफ़ किया जा रहा था जो अमेरिका प्रवासियों को स्वीकार करने में दिखा रहा है. बाद में ये स्थिति उन सैंकड़ों लोगों के लिए बेहद गंभीर बन गई जो अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे.


कुछ प्रवासियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मेक्सिकों की तरफ से अमेरिका में पत्थर और बोतलें भी फेंकीं. इसके बाद अमेरिकी बलों ने सभी तरह के ट्रैफिक को रोक दिया और मेक्सिको की ओर आंसू गैस के गोले छोड़े. हालांकि, ज़्यादातर लोगों ने शांतिपूर्वक प्रवेश की कोशिश की. मेक्सिको के गृह मंत्री ने कहा कि सैंकड़ों लोगों ने हिंसक रूप से बॉर्डर पार करने की कोशिश की और जो भी ऐसा करने की कोशिश करेगा हम उसे डिपोर्ट कर देंगे.


तिजुआना के अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि सीमा पर मेक्सिको की ओर से लगभग 500 प्रवासियों ने रविवार को दोपहर में 'सैन यसिद्रो पोर्ट ऑफ एंट्री' के पास पुलिस नाकाबंदी को तोड़ने की कोशिश की. प्रवासियों ने जैसे ही सीमा पार करने की कोशिश की, अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.


इस घटना के वीडियो में आंसू गैस के चलते लोगों को परिवार और छोटे बच्चों के साथ इधर-उधर भागते और चीखते-चिल्लाते देखा गया. अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा संरक्षण ने कहा कि प्रवासियों ने प्रोजेक्टाइल फेंके, जिससे कई एजेंट घायल हो गए.


एजेंसी ने ट्वीट किया, "सीमावर्ती गश्ती एजेंटों ने अपनी सुरक्षा को खतरे में देखते हुए समूह को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े." 'सैन यसिद्रो पोर्ट ऑफ एंट्री' जो कई घंटों तक वाहन और पैदल यात्री यातायात के लिए बंद रहा, उसे बाद में रविवार को फिर से खोल दिया गया. एजेंसी ने फेसबुक पर कहा कि रविवार की रात तक, तिजुआना पुलिस ने 39 लोगों को गिरफ्तार किया था.ो