Hurricane Helenes Devastation : फ्लोरिडा और दक्षिण-पूर्वी अमेरिका में हेलेन तूफान ने तबाही मचाई हुई है. कैटेगरी 4 में आने वाले इस शक्तिशाली तूफान ने यहां पर सब कुछ अस्त-वयस्त कर दिया है. जानकारी के मुताबिक अभी तक इस तूफान की वजह से 49 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं काफी लोग घायल हैं. हेलेन तूफान की वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. इसकी वजह से हजारों लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं. तूफान से तबाह हुए इलाकों में लगातार बचाव कार्य किया जा रहा है.
हेलेन तूफान ने गुरुवार रात सबसे पहले फ्लोरिडा के बिग बेंड क्षेत्र में 140 मील प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ अपना कहर बरपाया. इसके बाद आसपास के राज्यों में भी इसने यहीं हाल किया. जिसकी वजह से इन इलाकों में बड़े पैमाने पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई, और हजारों लोगों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा.
इन राज्यों पर पड़ रहा है सबसे ज्यादा असर
हेलेन तूफान अपने पीछे विनाश के निशान छोड़ते हुए जा रहा है. स्थानीय प्रशासन लगातार बचाव कार्य में लगा हुआ है. फ्लोरिडा के पिनेलस काउंटी में, शेरिफ बॉब गुआल्टिएरी ने हेलेन तूफान से हुए विनाश को "युद्ध क्षेत्र" बताया है. वहीं दक्षिणी जॉर्जिया में प्रशासन मलबा हटाने और सड़कें खोलने में लगा हुआ है, जिससे बचाव कार्य जल्दी हो सके. इसके अलावा अटलांटा में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज हुई है, यहां पर 48 घंटों में 11.12 इंच बारिश हुई है.
अस्पताल की छत पर फंसे 54 लोगों को बचाया गया
तूफान की वजह से कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. इसी वजह से टेनेसी में यूनिकोई काउंटी अस्पताल में बाढ़ का पानी घुस गया, जिसकी वजह से अस्पताल की छत पर 54 लोग फंस गए. लेकिन शुक्रवार दोपहर तक सभी को बचाव दल के द्वारा हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाल लिया गया. हेलेन तूफान कमजोर होकर उत्तर-उष्णकटिबंधीय चक्रवात में बदल गया है, जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है. इससे जिससे बांध टूटने की आशंका काफी बढ़ गई है. अगर ऐसा होता है तो मंजर और भी ज्यादा भयावह हो जाएगा.
बचाव कार्यों में जुटी सरकार
अमेरिकी सरकार तेजी से बचाव कार्यों में लग गई है. रक्षा विभाग ने बताया कि फ्लोरिडा में लगभग 4,000 नेशनल गार्ड्समैन तैनात किए गए हैं, जबकि उत्तरी कैरोलिना, जॉर्जिया और अलबामा में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं. उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने घोषणा की कि बचाव प्रयासों में सहायता के लिए 1,500 से अधिक संघीय कर्मियों को भेजा गया है. जानकारी के मुताबिक 3.5 मिलियन लोग इस वक्त बिना बिजली के हैं.
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