Donald Trump: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी केस में बड़ी राहत मिली है. मैनहट्टन कोर्ट ने बिना शर्त छोड़ दिया है. डोनाल्ड ट्रंप दोषी होने के बाद भी जेल और जुर्माना दोनों से बच गए. इसी के साथ ट्रंप डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी इतिहास में सजा पाने वाले पहले राष्ट्रपति बन गए हैं.
हश मनी मामले में शुक्रवार को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को औपचारिक रूप से सजा सुनाई गई थी.हालांकि कोर्ट ने उन्हें कोई भी सजा देने से इंकार कर दिया. इसके बाद अब ट्रंप जेल की सजा या जुर्माने के डर से मुक्त होकर व्हाइट हाउस जा सकेंगे.
20 जनवरी को लेने वाले हैं राष्ट्रपति के रूप में शपथ
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं. ट्रंप एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति (वर्तमान या पूर्व) हैं जिन्हें किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है. 78 वर्षीय ट्रंप ने खुद को निर्दोष बताया था. बता दें ट्रंप पर एक पोर्न स्टार को किए गए भुगतान को कानूनी खर्च के रूप में अकाउंट बुक्स में दिखाकर कानून का उल्लंघन करने का आरोप था.
पिछले साल छह सप्ताह तक चले इस मुकदमे सुनवाई करने वाले जस्टिस जुआन मर्चेन ने इस बात के संकेत दिए थे कि उनकी योजना ट्रंप को जेल भेजने या उन पर जुर्माना लगाने की नहीं है. लेकिन बिना शर्त रिहाई देकर वह ट्रंप के स्थायी रिकॉर्ड में दोषसिद्धि का फैसला दर्ज कर देंगे.
वकील के माध्यम से किया गया था भुगतान
भुगतान ट्रंप के वकील के माध्यम से स्टॉर्मी डेनियल को किया गया था ताकि वह रिपब्लिकन नेता के साथ अपने यौन संबंध के बारे में खामोश रहें. राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के खिलाफ़ चुनाव लड़ने वाली उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके समर्थकों ने इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाया, लेकिन मतदाताओं ने इसे नजर अंदाज कर दिया. वहीं, चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने खुद को राजनीतिक रूप से प्रेरित अभियोगों से पीड़ित एक शहीद के रूप में पेश किया.