लाहौर: पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज की नेता मरियम नवाज ने कहा है कि एक बहादुर इंसान की बेटी होने के कारण वो जेल में हैं. पाकिस्तान के 'राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो' ने शुक्रवार को 68 साल के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और ‍उनकी बेटी मरियम (44) को लंदन से वापसी के तुरंत बाद लाहौर हवाई अड्डे पर भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें रावलपिंडी के अडियाला जेल ले जाया गया था.


जेल जाने से पहले एक भावुक ऑडियो संदेश में मरियम ने उनकी मां के स्वास्थ्य के लिए दुआ मांगने की अपील की थी. उन्होंने कहा, “आप सभी को मालूम है कि मैं अपनी मां को गंभीर स्थिति में छोड़कर आई हूं. मैं अपने पिता नवाज शरीफ के साथ उनसे मिलने गयी थी.” ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक मरियम ने कहा, “हम बेहोशी की हालत में उनसे मिले और जब हम वापस घर लौट रहे थे तब उन्होंने अपनी आंख खोली और हमारी तरफ देखा लेकिन बात नहीं कर सकीं.”


मरियम की मां कुलसुम नवाज को लंदन में दिल का दौरा पड़ा था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. वहां वो गले के कैंसर का इलाज करा रही हैं. मरियम ने कहा, “मैं चाहती हूं कि वो ठीक हो जाएं और मैं उन्हें गले लगा सकूं.” उन्होंने ऑडियो संदेश में कहा, “वे मुझे मेरे पिता की कमजोरी बनाना चाहते हैं लेकिन सौभाग्य से मैं अब ताकत का एक जरिया हूं.” मरियम ने वोटरों से 25 जुलाई के आम चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा.


उन्होंने कहा, “अगर मैं जेल में नहीं होती तो आपके साथ सड़कों पर उतरकर मैं यह ऐतिहासिक लड़ाई लड़ती.” मरियम ने कहा कि चुनाव मैदान में होने पर वह एक सीट से चुनाव लड़तीं लेकिन आज वह 272 क्षेत्रों से चुनाव लड़ रही हैं. जवाबदेही अदालत ने शरीफ और मरियम के क्रमश: 10 और सात साल की जेल की सजा सुनायी है. पनामा पेपर्स मामले में शरीफ को पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य ‍ठहराया था.