'जब मैं गया तब कुछ नहीं था...', गयाना के राष्ट्रपति ने छेड़ा दौरे का जिक्र तो पीएम मोदी ने सुनाया सालों पुराना किस्सा
17 वें प्रवासी दिवसे के मौके पर गयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और पीएम मोदी मध्यप्रदेश के इंदौर में मिले, वहां पर उन्होंने उनसे उनकी सालों पुरानी यादों को ताजा किया.
Pravasi Bhartiya Divas 2022: मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया गया. इस मौके पर गयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने पीएम मोदी के संघर्ष के दिनों की कहानी छेड़ी, तो पीएम से भी नहीं रहा गया और उन्होंने अपने पुराने दिनों का किस्सा सुना दिया.
17वें प्रवासी दिवस के कार्यक्रम का उद्घाटन करने इंदौर पहुंचे पीएम मोदी से गयाना के राष्ट्रपति ने उनसे सालों पुरानी यादों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारे आपके बीच की दूरियां भले ही हमें आपको बहुत दूर रखती हों लेकिन हमारे दिल और आत्मा एक दूसरे को विश्वास और उम्मीद से जोड़ते हैं. आप तब गयाना आए थे जब आप मुख्यमंत्री भी नहीं थे और वहां आपको बहुत प्यार मिला था.
'मैंने यहां से पढ़ाई की मुझको बहुत प्यार मिला'
गयाना के राष्ट्रपति ने कहा वैसे ही मैंने राष्ट्रपति बनने से पहले भारत में पढ़ाई की थी और मुझको यहां से बहुत प्यार मिला. मैं गयाना की सरकार की तरफ से भारत सरकार और यहां के लोगों को ढेर सारा प्यार और समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि इस समय आप जिस मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं, आपने अपनी मां को खोया है, आपने एक बार फिर दुनिया को मां की अहमियत बताई है.
'मैं तब कुछ भी नहीं था'
पीएम मोदी ने गयाना के राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं गयाना के राष्ट्रपति का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने पुरानी यादें साझा की है. उन्होंने कहा कि जब मैं गयाना गया तो मैं कुछ भी नहीं था, मैं मुख्यमंत्री भी नहीं था, मैं उनका बहुत आभारी हूं. उन्होंने आगे कहा कि भारत से कई पीढ़ियों से जाकर प्रवासी बसे हैं, उन्होंने उन देशों के राष्ट्र निर्माण में अतुलनीय योगदान दिये हैं. हमें उनके अचीवमेंट्स को प्रिजर्व करना चाहिए ताकि हम उनके संघर्ष को इतिहास में दर्ज कर सकें.