विएनाः संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी ने बुधवार को कहा कि ईरान, विश्व शक्तियों के साथ हुए समझौते में तय सीमा से कहीं ज्यादा मात्रा में कम संवर्द्धित यूरेनियम एकत्र कर रहा है. साथ ही उसे और शुद्ध बनाने के लिए उसका संवर्द्धन कर रहा है.
इंटरनेशनल एटॉमिक एंनर्जी एजेंसी (आईएईए) ने अपने सदस्य देशों को सौंपे गए गोपनीय दस्तावेज में यह कहा है कि दो नवंबर तक ईरान ने 2,442.9 किलोग्राम कम संवर्द्धित यूरोनियम का भंडारण किया है जो 24 अगस्त को प्राप्त सूचना 2,105.4 किलोग्राम से ज्यादा है.
गौरतलब है कि ईरान ने 2015 में अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन और रूस के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किया था. इसके तहत ईरान को सिर्फ 202.8 किलोग्राम यूरेनियम रखने का अधिकार है.
सितंबर में था समझौते से 10 गुणा ज्यादा यूरेनियम
आईएईए ने सितंबर में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि ईरान का यूरेनियम भंडार 2015 में हुए समझौते से 10 गुणा ज्यादा हो गया. ईरान ने 2019 में अनुमति से अधिक यूरेनियम का संवर्धन शुरू कर दिया था. हालांकि, यह परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी स्तर से काफी कम था.
परमाणु हथियार बनाने के लिए ईरान को 3.67 प्रतिशत संवर्धित 1,050 किलो यूरेनियम की जरूरत होगी. हालांकि, अमेरिका के एक समूह आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन ने कहा था कि बाद में इसे 90 प्रतिशत या इससे ज्यादा और संवर्धित किए जाने की जरूरत होगी. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ईरान चाहे भी, तो भी उसे संवर्धन की प्रक्रिया पूरी करने में काफी समय लगेगा.
आईएईए ने सितंबर की रिपोर्ट में इस बात को लेकर ईरान की आलोचना की थी कि वह गोपनीय ढंग से रखी गई परमाणु सामग्री और इससे जुड़ी गतिविधियों को लेकर सवालों के जवाब नहीं दे रहा.
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