Israel Palestine Conflict: इजरायल और हमास की जंग के बीच गुरुवार (23 नवंबर) को गाजा के अल-शिफा अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद अबू सल्मिया को इजरायली सेना ने गिरफ्तार कर लिया. उनसे संदिग्ध आतंकी के तौर पर पूछताछ की जा रही है.


इजरायली अधिकारियों ने कहा कि शिन बेट सुरक्षा एजेंसी मोहम्मद अबू सल्मिया को पूछताछ के लिए ले गई है. कथित तौर पर अस्पताल के कई अन्य चिकित्सा कर्मियों को भी हिरासत में लिया गया है.


मोहम्मद अबू सल्मिया को इजरायल ने क्यों किया गिरफ्तार?


द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, आईडीएफ और शिन बेट की ओर से जारी एक साझा बयान में कहा गया कि अस्पताल को हमास के संचालन केंद्र (ऑपरेशन सेंटर) के रूप में इस्तेमाल करने में सक्षम बनाने के संदेह में मोहम्मद अबू सल्मिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.


इससे पहले गुरुवार को अस्पताल में एक विभाग के प्रमुख खालिद अबू समरा ने कहा था, ''मोहम्मद अबू सल्मिया को कई अन्य वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ गिरफ्तार किया गया है.'' रिपोर्ट के मुताबिक, आर्मी रेडियो ने बताया कि अबू सल्मिया को उस वक्त हिरासत में लिया गया जब वह आईडीएफ की ओर से खोले गए मानवीय गलियारे के माध्यम से दक्षिण में जाने के लिए आगे बढ़ रहे थे. हमास की ओर से संचालित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मेधात अब्बास ने भी सल्मिया की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.


इजरायल की ओर से मोहम्मद अबू सल्मिया पर लगाए गए ये आरोप


इजरायल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस बात के काफी सबूत सामने आए कि अस्पताल अबू सल्मिया के सीधे प्रबंधन के तहत आतंकी संगठन हमास के मुख्यालय के रूप में काम कर रहा था. बयान में कहा गया कि हमास ने सुरंग प्रणाली को मेंटेन करने के लिए बिजली समेत अस्पताल के कई संसाधनों का इस्तेमाल किया. हमास ने अस्पताल में और इसके आसपास कई हथियार जमा किए.


बयान में कहा गया कि मेडिकल सेंटर में व्यापक आतंकवादी गतिविधि थी जो अबू सल्मिया के प्रबंधन के तहत थी. बयान में यह भी कहा गया कि एक पैथोलॉजिकल रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि अगवा किए गए आईडीएफ के सैनिक कॉर्पोरल नोआ मार्सियानो की अस्पताल परिसर में हत्या कर दी गई थी.


अब तक इस संघर्ष में मारे गए साढ़े 15 हजार से ज्यादा लोग 


बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने दक्षिणी इजरायल पर घातक हमला किया था, उसके बाद शुरू हुए इजरायली सैन्य अभियान के दौरान अल-शिफा अस्पताल पर आईडीएफ का खास फोकस रहा है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 अक्टूबर से गाजा में 14,500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि इजरायल में हमास के हमलों से मरने वालों की आधिकारिक संख्या लगभग 1,200 है.


शुक्रवार से शुरू होगा चार दिवसीय संघर्ष विराम


6 हफ्ते से ज्यादा समय से जारी जंग के बीच इजरायल और हमास चार दिवसीय संघर्ष विराम पर सहमत हुए हैं. अलजजीरा के मुताबिक, कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संघर्ष विराम शुक्रवार (24 नवंबर) को सुबह 7 बजे शुरू होगा और पहले बंदियों को शाम 4 बजे रिहा किया जाएगा.


हमास 7 अक्टूबर से अगवा 237 बंधकों में 50 महिलाओं और बच्चों को छोड़ने पर सहमत हुआ है. वहीं, इजरायल अपनी जेलों से 150 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को रिहा करने पर सहमत हुआ है.


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