रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सेना पर 'फर्जी खबर' के लिए एक कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इस कानून के तहत इस तरह के मामले में आरोपी को 15 साल तक की जेल हो सकती है. शुक्रवार को पहले सांसदों ने इस बिल को अपनाया, जिसमें सेना के बारे में "जानबूझकर गलत जानकारी" प्रकाशित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई और जुर्माने के प्रावधान हैं.
पुतिन ने इस के साथ एक अन्य विधेयक पर भी हस्ताक्षर किए हैं जो रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग करने के लिए तीन साल तक के जुर्माने या जेल की सजा की अनुमति देता है. दरअसल, बीते एक साल में रूस में स्वतंत्र और आलोचनात्मक आवाजों पर कार्रवाई देखी गई है जो हमले के बाद से और तेज हो गई है.
फेसबुक को किया ब्लॉक
रूस के मीडिया प्रहरी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि रूस ने बीबीसी और अन्य इंडीपेंडेंट मीडिया वेबसाइटों को प्रतिबंधित कर दिया है साथ ही फेसबुक को भी ब्लॉक कर दिया है. दो समाचार आउटलेट ने कहा कि उन्होंने अपने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए यूक्रेन पर रिपोर्टिंग करना बंद कर दिया है. वहीं, बीबीसी ने रूस में अपने संचालन को रोकने की घोषणा की है. जानकारी के मुताबिक, रूसी मीडिया को केवल आधिकारिक सोर्स से ही खबर को प्रकाशित करने की अनुमति दी गई है. बता दें, आधिकारिक सोर्स इस हमले को एक सैन्य अभियान बता रहे हैं.
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