वॉशिंगटन: यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के बाद कठुआ गैंगरेप मामले पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने भी रोष जताया है. मामले पर बायन जारी करते हुए उन्होंने कहा, "कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या झकझोरने वाला है. पीएम मोदी को ऐसे मामलों पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है."
उन्होंने इस घटना को ‘वीभत्स’ करार देते हुए उम्मीद जताई कि पीएम मोदी सहित सभी भारतीय पदाधिकारी इस पर ज्यादा ध्यान देंगे. लेगार्ड ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बलात्कार के मामलों पर देशभर में आक्रोश है.
लेगार्ड ने उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘(भारत में) जो कुछ हुआ है वह वीभत्स है. मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी भारतीय पदाधिकारी इस पर ज्यादा ध्यान देंगे. भारत में महिलाओं के लिए यह जरूरी है.’’
लेगार्ड ने इसी निजी राय बताया है
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब पिछली बार दावोस में थी तब प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद मैंने उनसे कहा था कि उन्होंने भारत की महिलाओं का पर्याप्त रूप से जिक्र नहीं किया और सवाल सिर्फ उनके बारे में बातें करने का नहीं है.’’ उन्होंने तुरंत साफ किया कि यह IMF की नहीं बल्कि उनकी निजी राय है. लेगार्ड ने कहा, ‘‘वैसे यह IMF की आधिकारिक राय नहीं है. यह मेरी राय है.’’
यूएन प्रमुख ने घटना को बताया था 'भयावह'
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और उसकी हत्या की कड़ी निंदा की थी. गुटेरेस ने गैंगरेप को 'भयावह' बताते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि भारतीय अधिकारी अपराधियों को कानून के दायरे में लाएंगे ताकि बच्ची के साथ रेप और उसकी हत्या के मामले में उन्हें सजा दी जाए.
कठुआ में किया गया था मानवता को शर्मासार
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के रासना जंगल में जनवरी में अपने टट्टू को चराने गई बकरवाल समुदाय की आठ साल की लड़की लापता हो गई थी. उसका शव एक हफ्ते बाद बरामद किया गया. जांच में खुलासा हुआ कि उसे एक मंदिर के अंदर बंधक बना कर रखा गया था और गैंगरेप से पहले उसे नशीली दवाएं दी गई. एक हफ्ते से ज़्यादा तक भूखा रखकर गैंगरेप का शिकार बनाने के बाद उसकी हत्या कर दी गई.