इस्लामाबाद: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) पाकिस्तान को ऋण की 50 करोड़ डॉलर की अगली किस्त जारी करने पर सहमत हो गया है. आईएमएफ ने नकदी संकट से जूझ रहे इस देश की आर्थिक प्रगति से संबंधित चार लंबित समीक्षाओं को मंजूरी दे दी है.


कोरोना के चलते आई थी बाधा


आईएमएफए ने 2019 में पाकिस्तान को 39 माह की विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) के तहत छह अरब डॉलर का ऋण देने की सहमति दी थी. पिछले साल कोविड-19 महामारी की वजह से इसमें बाधा आई. ‘द डॉन’ अखबार ने वाशिंगटन में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा कि मंजूरी के बाद छह अरब डॉलर का आईएमएफ ऋण कार्यक्रम फिर शुरू हो गया है.


पिछले एक साल से यह कार्यक्रम रुका हुआ था. पाकिस्तान सरकार ने इस ऋण के लिए अर्थव्यवस्था को स्थिर करने को कई कड़े फैसले किए हैं. इन उपायों में बिजली बिलों में भारी बढ़ोतरी, 140 अरब रुपये का कर और केंद्रीय बैंक को पूरी स्वायत्तता शामिल है.


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