पाकिस्तान में इमरान बनाम बाजवा की जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अब देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा उनकी हत्या की साजिश रच रहे थे. उनका मकसद था कि इमरान की मौत के बाद देश में आपातकाल लगाना चाहते थे.


पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने पाकिस्तानी टीवी चैनल बोल न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में पूर्व आर्मी चीफ जनरल बाजवा पर कई गंभीर आरोप लगाए.


क्या बोले इमरान


इमरान खान ने बाजवा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे संदेश भेजे जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि अब जनरल बाजवा के बारे में बात न करें क्योंकि वह रिटायर हो चुके हैं. इमरान ने आरोप लगाते हुए कहा,'' हमले के बाद मैंने कहा था कि यह एक साजिश है. जनरल बाजवा अपने कार्यकाल का और ज्यादा विस्तार चाहते थे. ऐसे में वे मुझे मरवाकर पाकिस्तान में आपातकाल लगाना चाहते थे.''


इमरान खान ने आगे कहा कि जनरल बाजवा को याह्या से भी खतरनाक हैं. लोग उन्हें पसंद नहीं करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि इतिहास याह्या को भूल जाएगा और बाजवा को याद रखेगा.  पीटीआई प्रमुख ने कहा कि वह ठीक होते ही सिंध का दौरा करेंगे.


बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष हैं, जिनपर बीते 3 नवंबर को दांए पैर में गोली मार दी गई थी. खान इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गए थे. इमरान खान पर यह जानलेवा हमला तब हुआ था जब वह लाहौर के पास वजीराबाद इलाके में मध्यावधि चुनाव के लिए दबाव बनाने के लिए एक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. डॉन अखबार ने ज्वाइंट जांच टीम के एक मेंबर का हवाला देते हुए बताया है कि संदिग्ध नवीद मेहर के गोली दागने के अलावा तीन और शूटरों के द्वारा ऊंचाई से गोली चलाई गई थी. 


पीटीआई के कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज 
ज्वाइंट जांच टीम (JIT) ने हमले के वक्त वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों और पीटीआई के कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज किए हैं.  वहीं, लाहौर के पुलिस प्रमुख गुलाम महमूद डोगर के नेतत्व वाली जेआईटी ने कहा विरोध रैली के दौरान इमरान खान को कंटेनर पर लगे ट्रक में तीन गोलियां लगी थीं. इस महले में कुल मिलाकर 13 लोगों को गोली लगी थी. इसके अलावा जेआईटी ने इमरान खान की रैली में खराब सुरक्षा व्यवस्था के संकेत दिए हैं.