Imran Khan 23 मई को क्या करेंगे? NAB ने अल कादिर ट्रस्ट मामले में पेश होने के लिए कहा, इसी केस में अचानक गिरफ्तार किए गए थे पूर्व PAK पीएम
Imran Khan Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI के सुप्रीमो इमरान खान नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो के निशाने पर हैं. इसी ब्यूरो ने 9 मई को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तारी करवाई थी.
Imran Khan Cases: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. बीती 9 मई को उनकी अल कादिर ट्रस्ट मामले (Al Qadir Trust Scam Case) में गिरफ्तारी हुई थी. इसी मामले में पाकिस्तानी जांच एजेंसी 'नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो' (NAB) ने इमरान को फिर पेश होने का आदेश दिया है.
नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) के एक अफसर ने बताया कि इमरान खान 23 मई को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पूछताछ के लिए NAB के समक्ष पेश होंगे. इस मामले में पहले इमरान की गिरफ्तारी होने पर NAB को 8 दिन की रिमांड भी मिली थी, मगर सुप्रीम कोर्ट ने इमरान की रिहाई के आदेश दे दिए तो इमरान को छोड़ना पड़ गया. बताया जा रहा है कि अब उन्हें तमाम केसों में 31 मई तक गिरफ्तारी से राहत दी जा चुकी है.
हालांकि, एक सवाल अब भी उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 23 मई को NAB के पेश होंगे? क्योंकि ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं और कुछ वकीलों ने इमरान को सलाह दी है कि वे जल्दबाजी में ऐसे फैसले न लें. इमरान के हितैषी उन्हें जांच एजेंसी के परिसर जाने से बचने को कह रहे हैं.
वकीलों के जरिए पा लेते हैं कोर्ट से राहत
आपको बता दें कि NAB अब तक कई बार इमरान और पत्नी बुशरा को पूछताछ के लिए बुला चुकी है, लेकिन दोनों ही हाजिर नहीं होते. हर बार उनके वकील बहाना बनाकर कोर्ट से राहत हासिल कर लेते हैं.
क्या है अल कादिर ट्रस्ट स्कैम केस?
अल कादिर ट्रस्ट स्कैम केस पाकिस्तान में इन दिनों सर्वाधिक चर्चा में हैं. सरकार के मुताबिक, इमरान 2018 में जब प्रधानमंत्री बने थे तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया. लंदन में मलिक के 40 अरब रुपये जब्त कराये. और, उस रकम के पाकिस्तान लाने की जानकारी इमरान ने कैबिनेट को भी नहीं दी. आरोप हैं कि ये रकम एक सीक्रेट अकाउंट के जरिए इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अकाउंट में ट्रांसफर करवाई गई. वहीं, इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया, जहां मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई गई. इसके लिए अरबों रुपये की जमीन मलिक रियाज ने दी. उसके बदले में तत्कालीन इमरान सरकार ने रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए. साथ ही उसे करोड़ों रुपये के सरकारी ठेके भी अलॉट करवाए.
आरोप हैं कि इमरान की वजह से पाकिस्तान के सरकारी खजाने को 60 अरब रुपये की चपत लगी. यही अल कादिर ट्रस्ट स्कैम है. इसमें इमरान की पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की दोस्त फराह गोगी भी आरोपी हैं.
यह भी पढ़ें: पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी से लेकर पाकिस्तान में जारी हिंसा तक, इन 10 सवालों के जवाब आपको जरूर जानना चाहिए