Pakistan Politics: पाकिस्तान की सियासत (Pakistan Politics) में जल्द ही उथल पुथल देखने को मिल सकती है. एक तरफ पाकिस्तान में तख्तापलट की खबरें चल रही हैं तो दूसरी ओर अब आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को भी बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. इमरान खान इस बात की चेतावनी दे चुके हैं कि वो अगर चुनाव की घोषणा नहीं की गई तो वह इस महीने के आखिर तक शहबाज शरीफ की सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अंतिम आह्वान कर देंगे.
राष्ट्रपति भवन में हुई सीक्रेट मीटिंग
दरअसल, अभी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और सेना प्रमुख जावेद बाजवा के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई थी. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि यह बैठक राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने राष्ट्रपति भवन में करवाई थी. इस सीक्रेट मीटिंग का खुलासा पीटीआई के दक्षिणी पंजाब चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष इशाक खाकवानी ने एक टॉक शो में किया.
उन्होंने बताया कि टीवी चैनलों पर इमरान खान की उपस्थिति पर प्रतिबंध को हटाना बैठक के परिणामों में से एक है, जिसे मीडिया में रिपोर्ट नहीं किया गया था. कामरान खान के साथ पीटीआई प्रमुख के साक्षात्कार का उल्लेख करते हुए खाकवानी ने कहा कि साक्षात्कार को पहले प्रसारित करने से रोक दिया गया था, लेकिन बैठक के बाद इसकी अनुमति दी गई थी.
क्या वापसी करेंगे इमरान खान?
इस गुप्त बैठक के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव के जरिए इमरान खान की सत्ता में वापसी का रास्ता एक बार फिर से तय हो सकता है. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान में अप्रैल 2023 से पहले कभी भी चुनाव हो सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, लगभग 2/3 बहुमत के साथ इमरान खान सत्ता में वापस आ सकते हैं.
नवंबर में होगी नए सेना प्रमुख की नियुक्ति?
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shehbaz Sharif) नवंबर महीने में नया आर्मी चीफ (New Army Chief) की नियुक्ति कर सकते हैं. रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ (Khwaja Muhammad Asif) ने बयान जारी करते हुए कहा कि पीएम शहबाज शरीफ अपने चीन दौरे से पहले नवंबर में नए सेना प्रमुख को नियुक्त करेंगे.
इमरान खान ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल, पाक के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इस साल नवंबर महीने में रिटायर हो रहे हैं. ऐसे में नए आर्मी चीफ को लेकर पाक में राजनीति चरम पर है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा करते हुए कहा है कि शहबाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी अपने किसी खास शख्स को सेना प्रमुख नियुक्त करने के इरादे में हैं. उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख की नियुक्ति को चुनाव के बाद आने वाली सरकार के हाथ में छोड़ देना चाहिए.
अर्थव्यवस्था का बुरा हाल...
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. अभी आई बाढ़ ने पाकिस्तान में सबकुछ तहस-नहस करके रख दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीब के हाल में दिए एक बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश के हाल कितने बुरे हैं. वकीलों के एक सम्मेलन में शहबाज शरीफ ने मुल्क की लचर अर्थव्यवस्था का जिक्र किया और कहा कि मित्र देश भी यह सोचते हैं कि हम भिखारी हैं. उन्होंने कहा, "आज जब हम किसी मित्र देश में जाते हैं या उन्हें फोन करते हैं, तो उन्हें लगता है कि हम उनसे पैसे मांगने आए हैं."