Imran Khan News: मुश्किल दौर से गुजर रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर देश की सरकार पर हमला किया है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि  ‘साइफर गेट’ विवाद का पुनरुत्थान सत्तारूढ़ दलों की साजिश है, जिससे उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया जाए. 


डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को इमरान खान ने कहा कि सत्तारूढ़ दलों ने इस मुद्दे को पुनर्जीवित करके अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है. पीटीआई प्रमुख ने अपने संबोधन के दौरान देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री आसिफ अली जरदारी और पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा पर उन्हें हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया. 


अयोग्य ठहराने के उपाय ढूंढे जा रहे: इमरान खान 


उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोगों के पास केवल एक सूत्री एजेंडा है कि पीटीआई अध्यक्ष को अयोग्य कैसे ठहराया जाए और उन्हें जेल कैसे भेजा जाए. इस योजना को पूरा करने के लिए, वे अब साइफर को आगे लाए हैं. डॉन ने खान के हवाले से कहा, 'लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि साइफर से उनका सर्वनाश होगा.' उन्होंने कहा कि 'देश को साजिश के पीछे के असली खिलाड़ियों के बारे में जानना चाहिए.'


गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि साइफर गेट मामले में इमरान खान पर देशद्रोह का मुकदमा चल सकता है और उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है. 


जानें क्या है साइफर केस 


साइफर केस  राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने बेहद गुप्त जानकारी का उपयोग अपने निजी फायदे के लिए किया. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया था कि उन्हें सत्ता से बेदखल करने में अमेरिका का बड़ा हाथ है. उन्होंने कहा कि वाशिंगटन स्थित पाक एंबेंसी ने उन्हें एक केबल (टेप या गुप्त जानकारी) भेजा था. इमरान खान ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए एक विवादित राजनयिक बातचीत को सार्वजनिक कर दिया था. इसे ‘साइफर’ कहा गया.


ये भी पढ़ें: Indian-American: अमेरिका के जाति-विरोधी कदम हिंदुओं को करते हैं प्रताड़ित, भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों ने लगाया आरोप