Imran Khan Claims: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अमेरिका देश में सैन्य ठिकाने दिए जाने की मांग कर रहा था, लेकिन वह उनकी मांगों पर कभी सहमत नहीं हुए. इमरान खान को पिछले महीने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इमरान ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान में सैन्य ठिकाना चाहता था ताकि वह यहां अफगानिस्तान के आतंकवादियों पर जवाबी हमले कर सके. लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया.


इमरान खान ने आगे कहा कि अमेरिका के नेतृत्व वाले 'आतंक के खिलाफ युद्ध' में पाकिस्तान के पहले ही 80,000 लोगों की जान जा चुकी है. बावजूद इसके, उनके बलिदान की कभी सराहना नहीं की गई, इसके बजाय अमेरिकी राजनेता हमें ही जिम्मेदार ठहराने लगे.


मैं इसके लिए कभी तैयार नहीं हुआ
पूर्व पीएम ने आगे कहा, पहले उन्होंने हमें दोषी ठहराया, फिर हमारे देश और आदिवासी इलाकों को नष्ट कर दिया. इसके बाद वह सैन्य ठिकानों की मांग करने लगे. लेकिन मैं इसके लिए कभी तैयार नहीं हुआ और यही से हमारे बीच समस्याएं शुरू हो गईं.


डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने जून 2021 में एक इंटरव्यू में स्पष्ट रूप से कहा था कि पाकिस्तान अमेरिका को सैन्य ठिकानों और अपने क्षेत्र का उपयोग करने की बिल्कुल भी अनुमति नहीं देगा. इमरान खान का नया बयान उनके द्वारा हाल के पॉडकास्ट में की गई टिप्पणियों के जैसी थीं, जहां उन्होंने कहा था कि अमेरिका, अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को रोकने के लिए यहां ठिकाने मांग रहा है.


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