पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए नेशनल असेंबली (एनए) को भंग कर दिया. पाकिस्तान में अब अगले 90 दिनों के भीतर चुनाव हो सकते हैं. इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान ने संविधान का अपमान किया है, इमरान सत्ता के नशे में कानून को रौंदा है.


नवाज शरीफ ने कहा, 'इमरान खान के लिए देश से पहले उनका अहंकार है. संविधान का अपमान याद रखा जाएगा. साजिश में शामिल सभी देशद्रोही हैं.' शरीफ ने ये भी कहा कि देश के खिलाफ ‘साजिश’ में शामिल प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य लोग घोर राजद्रोह के दोषी हैं और इनके खिलाफ संविधान के उल्लंघन का मामला चलाया जाना चाहिए.


'इमरान के खिलाफ अनुच्छेद छह लागू होगा'


वहीं शरीफ के छोटे भाई शहबाज ने कहा कि संविधान का खुलेआम उल्लंघन करने को लेकर इमरान के खिलाफ अनुच्छेद छह लागू होगा. प्रतिपक्षा के नेता और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सुरी ने इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करके एक ‘असंवैधानिक’ काम किया है.


साल 2017 में पनामा पेपर्स ममाले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को पद से हटा दिया था. 2018 में अदालत ने भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर शरीफ को आजीवन कोई सार्वजनिक पद हासिल करने के लिहाज से अयोग्य घोषित कर दिया था. फिलहाल इलाज के लिए जमानत पर लंदन में रह रहे हैं शरीफ.


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