Imran Khan Convicted: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को शनिवार (5 अगस्त) को भ्रष्टाचार के एक बहुचर्चित मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाई गई. इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट के इस फैसले के बाद इमरान खान (Imran Khan) पांच साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर आसीन नहीं हो सकेंगे. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ताओं ने इमरान खान की गिरफ्तारी विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
इस मामले को लेकर पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका भी दायर की है. पाकिस्तान स्थित डॉन के अनुसार, पार्टी ने कार्यकर्ताओं से देशव्यापी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रदर्शन को देखते हुए लाहौर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी मुख्य सड़कों और इमारतों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आर्मी अलर्ट पर है.
इमरान खान को इस्लामाबाद की कोर्ट ने सुनाई सजा
तीन महीने में दूसरी बार इमरान खान को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में नौ मई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था. इस्लामाबाद स्थित डिस्ट्रिक्ट और सेशन कोर्ट के एडिशिनल जज हुमायूं दिलावर ने इमरान खान (70) को 2018 से 2022 के बीच प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान राजकीय तोहफे अवैध रूप से बेचने का दोषी ठहराया. इस साल के अंत में होने वाले आम चुनावों की ओर पाकिस्तान के बढ़ने और मौजूदा संघीय सरकार के 12 अगस्त को अपना कार्यकाल पूरा करने से ठीक पहले ये घटनाक्रम हुआ है.
अटोक जेल ले जाया गया
इमरान खान की पार्टी के प्रवक्ता जुलिफी बुखारी ने बताया कि इमरान खान को लाहौर से सड़क मार्ग से अटोक शहर स्थित अटोक जेल ले जाया गया. पुलिस ने बताया कि उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच जेल ले जाया गया. जेल के रास्ते में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. ये वही जेल है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जनरल परवेज मुशर्रफ की ओर से अपदस्थ किये जाने पर गिरफ्तारी के बाद रखा गया था.
कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा?
अदालत ने आदेश में कहा कि राष्ट्रीय खजाने से हासिल लाभ को जानबूझ कर और इरादतन छिपाने के भ्रष्ट आचरण को लेकर खान को दोषी पाया गया है. तोशाखाना से लिये गये तोहफों के बारे में सूचना मुहैया करने में उन्होंने धोखेबाजी की. उनकी बेईमानी संदेह से परे साबित हुई है. तोशाखाना, कैबिनेट प्रभाग के तहत एक विभाग है जो शासकों और सरकारी अधिकारियों को अन्य सरकारों व विदेशी गणमान्य लोगों की ओर से दिये गये तोहफों को संग्रहित रखता है.
शनिवार को आया अदालत का फैसला इन आरोपों पर आधारित है कि खान ने विदेशी गणमान्य लोगों से प्राप्त तोहफों और उनकी कथित बिक्री से प्राप्त धन के गलत विवरण घोषित किये. खबरों के अनुसार, खान को प्रधानमंत्री के रूप में अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल के दौरान 14 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक के 58 तोहफे मिले और उन्होंने उन सभी को बहुत कम राशि का भुगतान कर या बगैर किसी रकम की अदायगी किये अपने पास रख लिया. इनमें हीरा जड़ित एक घड़ी, एक अंगूठी, एक कलम और कई घड़ियां शामिल हैं.
पीटीआई ने फैसला किया खारिज
अदालत ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख खान पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया. अदालत ने कहा कि जुर्माना नहीं भरने पर उन्हें और छह महीने तक जेल में रखा जाएगा. तोशाखाना मामला पिछले साल पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) की शिकायत पर दायर किया गया था. ईसीपी इससे पहले इसी मामले में खान को अयोग्य करार दे चुकी थी. पीटीआई ने कहा कि उसने अपने संगठन और इमरान खान के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही कहा कि पूरे देश ने अदालत के फैसले को खारिज कर दिया है.
पाकिस्तान में प्रदर्शन शुरू
वकीलों सहित पीटीआई समर्थकों ने लाहौर में उनके जमान पार्क आवास के बाहर गिरफ्तारी का विरोध किया. खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू में भी प्रदर्शनकारी पार्टी के झंडे लेकर निकले. जिला प्रशासन ने जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति को रोकने के लिए चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
पीटीआई नेताओं ने कार्यकर्ताओं से की ये अपील
पीटीआई ने अपनी याचिका में कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पुलिस ने अवैध तरीके से गिरफ्तार किया है क्योंकि गिरफ्तारी के समय उनके पास अदालत का आदेश नहीं था. पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जनता ने आज के फैसले को अस्वीकार कर दिया है.
उन्होंने पीटीआई समर्थकों से पार्टी प्रमुख की रिहाई के लिए प्रयास जारी रखने का आह्वान किया. कुरैशी ने कहा कि हमें राजनीतिक और कानूनी दोनों प्रयास करने होंगे और शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ना होगा. उन्होंने पीटीआई समर्थकों से कानून अपने हाथ में न लेने का आग्रह किया.
इमरान खान का वीडियो किया जारी
इमरान खान ने शनिवार को पहले से रिकॉर्ड किये गए एक वीडियो में कहा कि उनकी गिरफ्तारी प्रत्याशित थी. इसमें उन्होंने अपने समर्थकों से चुप नहीं बैठने और अपने अधिकारों और आजादी के लिए आगे आने की अपील की. पूर्व पीएम ने ट्विटर पर पूर्व में रिकॉर्ड किये गए एक बयान में कहा कि जब तक यह वीडियो आप तक पहुंचेगा, मैं गिरफ्तार कर लिया जाऊंगा और जेल में रहूंगा.
उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि मैंने आप सभी से एक अनुरोध, एक अपील की है कि आपको अपने घर पर चुप नहीं बैठना चाहिए. मेरी यह कोशिश मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे लोगों, मेरे समुदाय, आपके लिए है. मैं यह आपके लिए कर रहा हूं. मैं आपके बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए यह कर रहा हूं. इमरान खान को इस बार बिना किसी बड़े प्रतिरोध के गिरफ्तार किया गया. उन्हें इससे पहले नौ मई को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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