Pakistani Supreme Court: पाकिस्तान की सियासत में इमरान खान के दिन कुछ अच्छे नहीं चल रहे हैं. सत्ता से जाने के बाद ही मुश्किलों में घिरे खान के करीबीयों पर भी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. हाल ही पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने जज बर्खास्तगी के मामले में उनके करीबी फैज हामिद के घर पर नोटिस भिजवा दिया है.


फैज हामिद पाकिस्तानी सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे. उनके जिम्मे पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई की जवाबदेही थी. पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी की तीखी आलोचना करने के बाद सेना की संतुस्ति पर राष्ट्रपति ने 2018 में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को बर्खास्त कर दिया था.  


क्या था पूरा मामला?
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए हमीद और तीन अन्य सैन्य अफसरों को नोटिस जारी किया. हालांकि पीठ ने बाजवा को नोटिस जारी करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है.


लाहौर हाईकोर्ट में इमरान की याचिका पर सुनवाई
लाहौर उच्च न्यायालय ने तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पांच साल की अयोग्यता को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर शुक्रवार को पाकिस्तान के शीर्ष चुनाव निकाय को नोटिस जारी किया. अयोग्य घोषित किए जाने के कारण खान फरवरी में होने वाला आम चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.


पांच सदस्यीय पीठ ने यह भी कहा कि वह औपचारिक रूप से सुनवाई से पहले इस बात पर फैसला करेगी कि याचिका इस अदालत में सुनवाई योग्य है या नहीं. हालांकि पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील के अनुपस्थित रहने के कारण पीठ ने सुनवाई स्थगित कर दी और निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया.


इससे पहले इस्लामाबाद की एक निचली अदालत ने उन्हें ‘‘जानबूझकर और सोच समझकर राष्ट्रीय खजाने से अर्जित लाभ को छिपाकर भ्रष्ट आचरण’’ में लिप्त रहने का दोषी पाया था.


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