Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ जहां पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी को प्रतिबंधित संगठन घोषित करने की कवायद की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ एक-एक कर इमरान के साथी उनका साथ छोड़ रहे हैं. अब पीटीआई के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश ने पार्टी छोड़ने का एलान किया है. कराची में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के दौरान देश में हुई हिंसा की निंदा की.
कराची में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीटीआई नेता जय प्रकाश ने कहा, ''बीते 9 मई को शांतिपूर्ण विरोध के नाम पर जो हिंसा हुई, उससे मैं बहुत दुखी हूं. उस दिन विरोध प्रदर्शन के नाम पर हमले हुए, जिसमें सेना के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया.'' पार्टी छोड़ने को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन पर पीटीआई छोड़ने का दबाव नहीं था. उन्होंने कहा, ''मैं 9 मई की घटना के बाद से पाकिस्तान के लिए रो रहा हूं और मुझ पर कोई दबाव नहीं है.''
अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ता रहूंगा: जय प्रकाश
प्रकाश ने कहा, ''फिलहाल मैंने पीटीआई से अपना रास्ता अलग करने का फैसला किया है लेकिन मैं अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा.'' पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि हमलों में शामिल लोग कौन थे लेकिन जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए. मामले की गंभीरता के साथ जांच होनी चाहिए.
7 वरिष्ठ नेता छोड़ चुके हैं PTI
बता दें कि अब तक कुल 7 सीनियर लीडर PTI छोड़ चुके हैं. पूर्व कैबिनेट मंत्री और खान के स्पेशल एडवाइजर मलिक अमीन असलम ने भी पार्टी छोड़ दी है. असलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मुल्क को तोड़ने वाले एजेंडे के साथ चलना नामुमकिन है. मलिक PTI वर्किंग कमेटी के चेयरमैन थे.
क्यों हुआ था बवाल?
गौरतलब है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं देखी गई थीं. उस दौरान जिन्ना हाउस, आर्मी हेडक्वार्टर और ISI हेडक्वार्टर पर हमले हुए थे. माना जाता है कि ये हमले PTI कार्यकर्ताओं ने किए थे. हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है.