बेशक इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में हार का सामना करने के बाद सत्ता से बेदखल हो चुके हैं, लेकिन इस कुर्सी को फिर से पाने के लिए वह तमाम तिकड़मबाजी कर रहे हैं. अब उनकी पार्टी के 123 सांसदों ने नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद अब नेशनल असेंबली विपक्ष विहीन हो गई है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ नेता और पूर्व मंत्री फारुख हबीब ने गुरुवार को बताया कि नेशनल असेंबली के कार्यवाहक अध्यक्ष कासिम सूरी ने हमारी पार्टी के 123 सांसदों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं. ऐसे में अब पाकिस्तान में आम चुनाव जरूरी हो गया है.
इमरान खान ने लिखी चिट्ठी
वहीं इमरान खान ने पाकिस्तानी चुनाव आय़ोग को लेटर भेजकर अपने उन सभी सांसदों के नाम वापस ले लिए हैं जो किसी न किसी संसदीय समिति के सदस्य रहे हैं. उन्होंने आयोग से अपील की है कि उनकी पार्टी के किसी भी सदस्य को संसद की किसी भी समिति में शामिल न किया जाए. क्योंकि उनके सांसदों ने इस्तीफा दे दिया है, इसलिए ऐसा करना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी नई सरकार में किसी भी तरह शामिल नहीं होना चाहते.
अभी क्या थी पीटीआई की स्थिति
272 मेंबर वाली पाकिस्तान नेशनल असेंबली में पीटीआई के 155 सदस्य थे. राजनीतिक संकट के बीच 20 सांसद बागी होकर विपक्ष के साथ चले गए थे, जबकि 12 सांसदों का निर्णय पूरी तरह साफ नहीं है. बागी सांसदों की वजह से ही इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव में अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए थे.
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