इमरान खान की पार्टी ने उमर अय्यूब को चुना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार, जानें इस नेता के बारे में सब कुछ
उमर अय्यूब पाकिस्तान के चर्चित अयूब खान परिवार से हैं. उनके दादा जनरल मोहम्मद अय्यब खान पाकिस्तान के दूसरे प्रधानमंत्री थे. उनके पिता भी देश के बड़े राजनेता रहे हैं.
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने पार्टी के सेकेट्री जनरल उमर अय्यूब को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुना है. स्थानीय मीडिया के अनुसार उमर अय्यूब पीटीआई के उम्मीदवार हैं, लेकिन उन्हें सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी के साथ गठबंधन करना होगा. पाकिस्तान में हुए हालिया चुनाव में सबसे ज्यादा 101 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को मिली हैं, लेकिन सरकार बनाने के लिए उन्हें किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करना जरूरी है. नियमों के अनुसार कोई पार्टी ही सरकार बना सकती है, निर्दलीय विधायक मिलकर सरकार का गठन नहीं कर सकते हैं. एक से ज्यादा पार्टियां मिलकर भी सरकार बना सकती हैं. ऐसे में निर्दलीय विधायकों को सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी का हिस्सा बनना होगा.
नवाज शरीफ भी कर रहे सरकार बनाने की कोशिश
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वह पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बना सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ निर्दलीय विधायकों का साथ हासिल करना होगा. वह कई दिनों से इसकी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक इसमें सफल नहीं हो पाए हैं.
कौन है उमर अय्यूब?
उमर अय्यूब पाकिस्तान के चर्चित अयूब खान परिवार से हैं. उनके दादा जनरल मोहम्मद अय्यब खान पाकिस्तान के दूसरे प्रधानमंत्री थे. उनके पिता भी देश के बड़े राजनेता रहे हैं. 26 जनवरी 1970 में जन्में उमर अय्यूब भी लंबे समय से पाकिस्तान की राजनीति में सक्रिय हैं. उमर अय्यूब के पिता लंबे समय तक सांसद रहे थे और कई विभागों के मंत्री थे.
उमर की शुरुआती पढ़ाई पाकिस्तान के बड़े स्कूल में हुई। इसके बाद विदेश जाकर उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा पूरी की. इसके बाद वह पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी से जुड़े. जिसे पूर्व क्रिकेटर और विश्व कप विजेता कप्तान इमरान खान ने बनाया था. इमरान सरकार में अय्यूब कई अहम पदों पर रहे. उन्होंने वित्त मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय भी संभाला था.
पाकिस्तान में हुए चुनाव में पीटीआई (इमरान) को 93 सीटें, पीएमएल (नवाज) को 75 सीटें, पीपीपी (बिलावल भुट्टो) को 54 सीटें, एमक्यूएम को 17 सीटें और जमीयत उलेमा ए इस्लाम को 4 सीटें मिली हैं.