Pakistan Politics: पाकिस्तान में चुनाव खत्म होने के बाद इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थन वाले सांसदों ने विपक्ष में रहने का फैसला किया है. इमरान खान के जेल जाने के कारण उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को चुनाव में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली थी. ऐसे में पीटीआई के लोगों ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. ये निर्दलीय सांसद सबसे ज्यादा सीटें जीतने में सफल रहे.


पाकिस्तान के चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. किसी पार्टी का हिस्सा नहीं होने के कारण ये निर्दलीय सांसद सरकार बनाने का दावा भी पेश नहीं कर सकते हैं. ऐसे में सांसदों ने विपक्ष में रहने का फैसला किया है. इसके साथ ही पीटीआई ने चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन करने का फैसला किया है.


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ ने कहा, "हमने विपक्ष में बैठने का फैसला किया है. हालांकि, हमें जितने मत मिले हैं, अगर उस हिसाब से सीटें दी जातीं और नतीजे नहीं बदले जाते तो हम 180 सीट के साथ सरकार में होते. हमारे पास सबूत हैं कि हमारे उम्मीदवार जीते थे." इसके साथ ही पीटीआई ने उत्तरी पंजाब में उन जगहों का ऐलान किया, जहां उसके नेता विरोध प्रदर्शन करेंगे. 


अमेरिका से हस्तक्षेप की मांग
मोहम्मद अली सैफ ने अमेरिका से भी चुनाव में हुई धांधली पर हस्तक्षेप करने की मांग की है. उन्होंने कहा, "अमेरिका पूरी दुनिया में लोकतंत्र की आवाज होने की बात कहता है, लेकिन अमेरिका और यूरोप दोनों ने पाकिस्तान चुनाव में धांधली पर चुप्पी साध रखी है."


किस पार्टी को मिलीं कितनी सीटें?
पाकिस्तान में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी गठबंधन सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. इस सरकार में शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति हो सकते हैं. पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनुसार, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 93 सीटें जीती हैं. पीएमएल-एन ने 75 और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने 54 सीटें जीती हैं.


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