इमरान खान की सबसे बड़ी परीक्षा, पकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश, 31 मार्च से शुरू होगी बहस
इमरान खान के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा 31 मार्च से शुरू होगी और वोटिंग 3 या 4 अप्रैल को कराई जा सकती है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ़ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव आज पाकिस्तान की सांसद में पेश हो गया. इसके बाद पाकिस्तान की नैशनल असेंबली के अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई को 31 दिसंबर तक स्थगित कर दिया. अब इमरान खान के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा 31 मार्च से शुरू होगी और वोटिंग 3 या 4 अप्रैल को कराई जा सकती है.
गौरतलब है कि इस बीच खबर ये भी आई कि इमरान खान ने नाराज़ चल रहे उनके सहयोगी दल PML-Q के नेता चौधरी परवेज़ इलाही को बनिगला स्थित अपने घर मिलने को बुलाया. चर्चा गर्म है कि अविश्वास प्रस्ताव में अपनी सरकार बचाने के लिए इमरान आखिरकार PML-Q को पंजाब के मुख्यमंत्री का पद आफर कर सकते हैं.
इमरान के अपने सांसद ही जा सकते हैं खिलाफ
इमरान खान के खिलाफ़ आज पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव को विपक्ष के 161 सांसद फिलहाल समर्थन दे रहे हैं. लेकिन इमरान के लिए बड़ी चिंता की बात ये है कि सूत्रों के मुताबिक़ खुद उनकी ही पार्टी के कई सासंद और सहयोगी दल MQM-P और PML-Q भी उनके खिलाफ़ जा सकते हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव पेश
इस बीच विपक्ष ने सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव पेश कर इमरान खान को दूसरा झटका दिया है. विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 127 सांसदों के हस्ताक्षर के साथ 52 वर्षीय बुजदार के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव में दावा किया गया कि पंजाब के मुख्यमंत्री बुजदार ने सदन का विश्वास खो दिया है. प्रस्ताव में कहा गया, 'बुजदार ने 110 मिलियन लोगों के प्रांत के मामलों को संविधान के अनुसार नहीं चलाकर संविधान का उल्लंघन किया है. उन्होंने पिछले साढ़े तीन साल के दौरान लोकतंत्र की भावना के खिलाफ काम किया.'
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