Imran Khan on Pakistan Government: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और जेल में बंद पीटीआई लीडर इमरान ने देश की आर्थिक बदहाली को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हालात इस कदर खराब हो चुके हैं, कि पाकिस्तान के अंदर कोई निवेश नहीं करेगा. उन्होंने पाकिस्तान में राजनीति अस्थिरता को लेकर भी सत्ता पक्ष से सवाल किया है. 


पीटीआई भाषा ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि निवेश के मामले में पाकिस्तान के अलग-थलग पड़ने का खतरा है, क्योंकि राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद ने अर्थव्यवस्था को पतन के कगार पर ला दिया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान (71) ने शुक्रवार को कहा कि आर्थिक संकट से जूझ रहे देश की नाजुक अर्थव्यवस्था पाकिस्तान के सामने 'सबसे बड़ी चुनौती' है. लेकिन खुफिया एजेंसियां ​​एक राजनीतिक पार्टी को निशाना बनाने में व्यस्त हैं.


PTI को कमजोर करने की कोशिश- इमरान खान


‘डॉन न्यूज’ की खबर के मुताबिक, खान ने कहा कि देश अलग-थलग पड़ने के खतरे का सामना कर रहा है और कोई भी पाकिस्तान में निवेश नहीं करेगा क्योंकि देश आतंकवाद से जूझ रहा है. खान ने अदालती कार्यवाही में भाग लेने के बाद कहा कि संघीय दल होने के नाते उनकी पार्टी इस गंभीर स्थिति से निपट सकती है, क्योंकि अन्य सभी राजनीतिक दल अपने क्षेत्रों तक सीमित हैं. इमरान खान ने कहा कि राजनीतिक दल देश को एकजुट कर सकते हैं, लेकिन यह विडंबना है कि देशव्यापी मौजूदगी वाली उनकी पार्टी को 'कमजोर किया जा रहा है.'


पाकिस्तान के प्रातों की हालत क्यों हुई पस्त? समझें


दरअसल, पाकिस्तान के कई प्रांतों में मौजूदा समय में स्थिति खराब हो गई है, पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी प्रदर्शन कर रही है. बलूचिस्तान में बलूच आर्मी के लड़ाके तांडव मचा रहे हैं. हाल के दिनों में उन्होंने कुछ सैन्य अड्डों पर कब्जा कर लिया है. इसके साथ ही पाकिस्तान आर्मी और पुलिस की जान ले रहे हैं. 


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