पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के ऊपर 31 जनवरी तक इस्तीफे का जबरदस्त दबाव बढ़ गया है. 11 विपक्षी दलों के संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक,  पाकिस्तान का विपक्षी गठबंधन 19 जनवरी को चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन करने की योजना बना रहा है और इसी दिन मरयम नवाज रावलपिंडी में एक बड़ी रैली भी करने जा रही हैं.


पीएमएल-एन (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने कहा कि इमरान सरकार पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामलों में फंसाना चाहती थी. अब इमरान खुद ही ब्रोडशीट केस में फंस गए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान खुद अपने ही बनाए जाल में फंस गए हैं. लाहौर में एक सभा को संबोधित करते हुए मरियम ने कहा कि नवाज के खिलाफ जो भी केस हैं वह समाप्त हो जाएंगे. ये सब बदले की भावना से लगाए गए हैं.


पिछले सप्ताह पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता विलावल भुट्टो जरदारी ने कहा था कि सरकार गिराने के लिए जल्द ही हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से इमरान सरकार को गिराकर ही दम लेंगे. पीएमएल-एन के प्रवक्ता मरयम औरंगजेब ने कहा कि इकतीस जनवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर इस्तीफा के बहुत ज्यादा दबाव है. उन्होंने कहा कि उनके मंत्री सरकार गिरने के भय से डरे हुए हैं और जनता विपक्षी दलों के साथ खड़ी है.


ये भी पढ़ें: पाकिस्तान: अलग सिंधु देश की मांग को लेकर प्रदर्शन, पीएम मोदी के पोस्टर के साथ सड़क पर उतरे लोग