पाकिस्तान में कुर्सी छिन जाने के बाद से इमरान खान नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर हमलावर हैं. पाकिस्तान की नई सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि ये 1970 के दशक का पाकिस्तान नहीं है बल्कि एक 'नया पाकिस्तान' है जहां लोगों को अधिकार है. उन्होंने युवाओं से सोशल मीडिया के जरिए नई सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने की भी अपील की.


पेशावर में एक रैली में बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान के लोग शहबाज शरीफ को स्वीकार नहीं करेंगे, जो 40,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं. शहबाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले हैं. क्या आपको लगता है कि हम उन्हें अपने प्रधान मंत्री के रूप में स्वीकार करेंगे? 


शहबाज शरीफ पर इमरान खान का जोरदार हमला


पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि यह 1970 का पाकिस्तान नहीं है जब जुल्फिकार अली भुट्टो को विदेशियों की मदद से हटा दिया गया था. यह एक नया पाकिस्तान है. यह सोशल मीडिया का पाकिस्तान है. आज देश के पास 6 करोड़ मोबाइल फोन हैं, जिसके जरिए युवा आवाज उठाते हैं. अब कोई भी अपना मुंह बंद नहीं रख सकता. इमरान खान ने नवनिर्वाचित प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ को सोशल मीडिया के खिलाफ जो कार्रवाई कर रहे हैं, उस पर कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि जिस दिन हम इस पर अपनी आवाज उठाएंगे, आपको बचने के लिए कोई जगह नहीं मिलेगी.


सोशल मीडिया के जरिए युवा बुलंद करें आवाज


रैली के दौरान इमरान खान ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के जरिए युवा अपनी आवाज को बुलंद करें. इमरान खान की टिप्पणी फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी द्वारा देश की सेना के खिलाफ एक ट्विटर ट्रेंड शुरू करने के लिए एक मास्टरमाइंड और उसके नेटवर्क के कम से कम 6 सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद आई है.


बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान खान ने आरोप लगाया था कि अमेरिका पाकिस्तान की राजनीति में हस्तक्षेप कर रहा है और पाकिस्तान को भेजे गए एक कथित "धमकी पत्र" का हवाला देते हुए उसके शासन को हटाने की साजिश रची गई.


ये भी पढ़ें:


मानवाधिकार पर अमेरिका के आरोपों का भारत ने दिया करारा जवाब, जयशंकर बोले- उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की जरुरत


रूस-यूक्रेन जंग का आज 50वां दिन, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन के लिए 800 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद मंजूर की