Imran khan Vs Shehbaz Sharif Govt: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मौजूदा पाक सरकार पर करारा हमला बोला है. इमरान ने अपने ऊपर दर्ज किए जा रहे केसों को फर्जी बताते हुए कहा कि शहबाज हुकूमत खुद मुजरिमों से भरी हुई है, लेकिन वे मुझ पर आतंक के केस दर्ज करते जा रहे हैं. इमरान बोले, 'मैं आतंकवादी नहीं हूं, जो मेरे पर आतंक के 40 केस चला दिए गए.'
इमरान खान ने लाहौर में मीनार-ए-पाकिस्तान पर रैली करते हुए कहा कि ये कैसा लोकतंत्र है जहां पहले मुझे और मेरी पार्टी को साजिश के तहत सत्ता से बाहर धकेल दिया गया और अब मुझ पर बेवजह टेरेरिज्म के 40 केस लगा दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुजरिम तो इस हुकूमत में भरे पड़े हैं, लेकिन परेशान हमें किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की हुकूमत हमें दरकिनार करने के लिए ऐसा कर रही है.''
सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में सियासी-जंग छिड़ी
बता दें कि पाकिस्तान में आर्थिक बदहाली के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में सियासी-जंग छिड़ी हुई है. दोनों पक्ष एक-दूजे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इमरान 2022 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे, विपक्षियों ने एकजुट होकर सेना के सहारे उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया था. तब से वह पाकिस्तानी हुकूमत और सेना के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. इसी के चलते उनके खिलाफ एक के बाद एक दर्जनों केस दर्ज हो चुके हैं. 2 मामलों में तो अदालत उनके लिए गिरफ्तारी वॉरंट जारी कर चुकी है, हालांकि वह अपने समर्थकों के सहारे और हाईकोर्ट से राहत पाकर जेल जाने से बचते रहे हैं.
आए रोज दर्ज किए जा रहे नए-नए केस
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में इमरान खान और उनके समर्थकों के खिलाफ जगह-जगह पुलिस शिकायतें दर्ज कर रही है. इमरान खान के खिलाफ दायर मामलों की कुल संख्या 80 हो गई है. उनके खिलाफ एक चर्चित केस तोशाखाना घोटाले का है, जिसे लेकर पुलिस-प्रशासन और इमरान खान के समर्थकों के बीच कई बार झड़प हो चुकी है, दरअसल पुलिस जब भी इमरान को गिरफ्तार करने उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंची, इमरान के अगुवाई वाली पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं ने पुरजोर तरीके से पुलिस को रोका. हिंसा के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस्लामाबाद के गोलरा शरीफ पुलिस स्टेशन में सरकारी वाहनों को आग लगाने, पुलिस अधिकारियों पर हमला करने और उनके हथियार छीनने का मामला दर्ज किया गया. खुद इमरान ने कहा कि हम पर और हमारी पार्टी पर करीब 150 केस लगा दिए गए हैं.