Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) प्रमुख ने सोमवार को जनता से अपील करते हुए कहा कि पाकिस्तान को म्यांमार बनने से रोकें.  हम उसे रास्ते की और बढ़ रहे हैं. आज हमारा देश उस मुहाने पर खड़ा है जहां से यह म्यांमार या तुर्किए की तरह बन कर निकलेगा. गौरतलब है कि सोमवार को पीटीआई प्रमुख ने खुद के समर्थन के लिए अपील किया.


पूर्व प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज हम अपने संवैधानिक इतिहास में एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां हम तुर्किये की तरह हो सकते हैं या एक और म्यांमार बन सकते हैं. सभी को यह चुनना होगा कि वे संविधान, कानून और लोकतंत्र के शासन के साथ खड़े हैं या एक भ्रष्ट माफिया के साथ खड़े हैं. 


उन्होंने आगे कहा कि आज देश के हालात ऐसे बन गए हैं, जहां यह म्यांमार जैसा एक और सैन्य-नियंत्रित देश बन सकता है या तुर्किए का अनुसरण कर सकता है, जिसने जुलाई 2016 में एक सैन्य तख्तापलट के प्रयास को विफल कर दिया था.






गौरतलब है कि तोशाखाना मामले में खान मुसीबत में है. सरकार और उनके बीच मामला गरमाया हुआ है. पाकिस्तान के मौजूदा शहबाज शरीफ पहले ही कह चुके हैं कि इमरान खान के साथ किसी भी तरह की बातचीत तभी संभव है जब वह देश भर अराजकता फैलाने के लिए सावजनिक रूप से माफी मांगेंगे. वहीं इमरान खान ने भी कहा है कि वो भ्रष्टाचारियों और चोरों से बातचीत नहीं करेंगे.  


बाजवा पर लगा चुके हैं आरोप 


इससे पहले खान ने दावा किया कि तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भारत से सम्बन्ध बेहतर बनाने के लिए मेरे ऊपर दबाव डालते थे. जनरल बाजवा चाहते थे कि मैं भारत के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाऊं. इमरान ने दोहराया कि जबतक कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को बहाल नहीं किया जाए, तबतक उससे शांति वार्ता नहीं करनी चाहिए.


चुनाव को लेकर दे चुके हैं धमकी 


इमरान खान चुनाव को लेकर धमकी दे चुके हैं. उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों के चुनाव में देरी से भ्रष्टाचारियों को फायदा होगा. अगर 90 दिनों में चुनाव नहीं हुए तो पाकिस्तान संविधान के बिना होगा.


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