कभी पाकिस्तानी फौज के लाडले थे इमरान खान, अब सेना के ही खिलाफ खोला मोर्चा
पाकिस्तान की सत्ता से निकले इमरान खान अब बाउंस बैक की तैयारियों में जुटे हैं. उन्होंने ने शहबाज शरीफ के नए पीएम बनने के कुछ घंटों बाद ही देश में चुनाव कराने की मांग रखी.
कभी पाकिस्तानी फौज के लाडले रहे इमरान खान ने अब उसी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सत्ता से हटाए जाने के बाद इमरान खान अब खुलकर फौज के खिलाफ बोलने लगे हैं. वो आज से बड़ी रैलियों की शुरुआत करने जा रहे हैं. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से इस बात की जानकारी देते हुए कहा, हम पाकिस्तान में जल्द ही चुनाव की मांग करते हैं. क्योंकि यही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है, जिससे लोग निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के जरिए ये तय कर सकें कि वे किसे पीएम बनाना चाहते हैं.
इमरान ने लिखा, मैं बुधवार को पेशावर में नमाज के बाद रैली को संबोधित करूंगा. ये विदेशी साजिश के चलते सत्ता बदलने के बाद पहली रैली होगी. मैं चाहता हूं. हमारे सभी लोग इसमें शामिल हों. उन्होंने कहा, पाकिस्तान स्वतंत्र हुआ था, सिर्फ इसलिए नहीं कि वह विदेशी ताकतों की कठपुतली बना रहे.
इमरान खान कर रहे हैं बाउंस बैक की तैयारी
बड़े बेआबरू होकर पाकिस्तान की सत्ता से निकले इमरान खान अब बाउंस बैक की तैयारियों में जुटे हैं. उन्होंने ने शहबाज शरीफ के नए पीएम बनने के कुछ घंटों बाद ही देश में चुनाव कराने की मांग रखी. सबसे अहम बात ये है कि इस बार इमरान उसी पाकिस्तानी फौज के खिलाफ मुखर हैं जिसने उन्हें बनाया था. दरअसल इमरान खान अब पाकिस्तान में जल्द चुनाव कराने के कैंपेन पर निकल रहे हैं. आज वो पेशावर में रैली करने जा रहे हैं. इसके बाद 16 अप्रैल को कराची और 23 अप्रैल को लाहौर में भी उन्होंने बड़ा जलसा करने की घोषणा की है.
इस बीच, प्रधानमंत्री पद से हटते ही इमरान खान के खिलाफ जांच बैठा दी गई है. मामला पीएम को मिले तोहफों को एक करीबी को बेचने और सरकारी खजाने में कम पैसा जमा करने से जुड़ा है.
शहबाज बने पीएम
दरअसल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बन गए हैं. संयुक्त विपक्ष की ओर से शहबाज शरीफ पीएम पद के उम्मीदवार बनाए गए थे. शहबाज शरीफ ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने शपथ दिलाई. शहबाज को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी शपथ दिलवाने वाले थे.
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