Pakistan PTI Protest: पाकिस्‍तान की सियासत में आज का दिन बेहद अहम होने जा रहा है. सत्‍ता से बाहर हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान आज 'पाकिस्‍तान के इतिहास का सबसे बड़ा जुलूस' निकालने जा रहे हैं. इमरान की रणनीति लाखों लोगों की भीड़ लेकर किसी भी कीमत पर राजधानी इस्‍लामाबाद को घेरने की है ताकि शहबाज शरीफ सरकार को आम चुनाव में उतरने के लिए बाध्‍य किया जा सके. पीटीआई नेता ने जनरल बाजवा की सेना को भी इस पूरे जुलूस के दौरान 'तटस्‍थ' बने रहने की चेतावनी दी है. वहीं शहबाज शरीफ सरकार ने कहा कि इमरान खान पाकिस्‍तान में गृहयुद्ध कराना चाहते हैं. सरकार ने इस्‍लामाबाद की सुरक्षा को पाकिस्‍तानी सेना के हवाले कर दिया है.


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने मंगलवार को पाकिस्तान सरकार के इस्लामाबाद की ओर लंबे मार्च को रोकने के फैसले के बावजूद पार्टी के ‘आजादी मार्च’ को जारी रखने की योजना बनाई है. खान ने पेशावर में कहा कि वह बुधवार को ‘पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़े जुलूस’ का नेतृत्व करेंगे. पीटीआई अध्यक्ष का भाषण पीटीआई के सदस्यों और नेताओं के खिलाफ देशव्यापी पुलिस कार्रवाई के बाद आया है. एक छापे के दौरान एक पुलिसकर्मी की भी जान चली गई, जिसके बाद सरकार ने कहा कि वह बुधवार को पीटीआई को लंबे मार्च के साथ आगे नहीं बढ़ने देगी.


24 मई को पीटीआई के 100 से अधिक कार्यकर्ता गिरफ्तार
इसके पहले 24 मई को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. आपको बता दें कि पीटीआई के ये कार्यकर्ता पाकिस्तान में जल्दी आम चुनाव कराने की मांग को लेकर संघीय राजधानी इस्लामाबाद तक एक नियोजित प्रदर्शन कर रहे थे जिसके बाद पाकिस्तान पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि गिरफ्तारी सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) सत्तारूढ़ गठबंधन के कहने पर की गई थी. सोमवार देर रात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई शुरू की गई थी.


फेडरल असेंबली भंग करके चुनाव करवाए जाएंः इमरान खान
पीटीआई प्रमुख खान ने सरकार से फेडरल एसेंबली को भंग करने और चुनाव कराने की मांग की है. इन मांगों पर जोर देने के लिए पीटीआई का विरोध प्रदर्शन तेज हो रहा है. इसके बाद आंदोलनकारियों को 25 मई यानि कि आज इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन के लिए एकजुट हुए हैं. पीटीआई की पंजाब इकाई की सूचना सचिव मुसरत चीमा ने मंगलवार को बताया था, ''पुलिस ने अब तक पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से एक महिला विधायक रशीदा खानम सहित 100 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर चुकी है ताकि उन्हें 'आजादी मार्च' में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने से रोका जा सके.'' 


पीटीआई के नेताओं के घर पर छापेमारी
उन्होंने ये भी बताया था कि पीटीआई के अधिकतर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को लाहौर से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से बचने के लिए पार्टी के कई प्रांतीय नेता भूमिगत हो गए थे. उन्होंने पीटीआई कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद पहुंचने से रोकने के लिए की गई गिरफ्तारी को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की 'फासीवादी रणनीति' करार दिया. पीटीआई नेता और पंजाब प्रांत के पूर्व मंत्री राजा बशारत ने कहा कि पुलिस ने पीटीआई से संबंधित पंजाब सरकार के लगभग हर पूर्व मंत्री और सलाहकार के घर छापेमारी की गई थी. उन्होंने ये भी बताया था कि लाहौर से 80 किलोमीटर दूर गुजरांवाला में एक पुलिस दल के साथ झड़प के दौरान पार्टी का एक कार्यकर्ता घायल हो गया था. 


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