इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इतिहास बनने जा रहा है. देश के ओकारा प्रांत से पहली बार कोई ट्रांसजेंडर नेशनल असेंबली इलेक्शन लड़ने जा रही हैं. 'ऑल पाकिस्तान ट्रांसजेंडर इलेक्शन नेटवर्क' की नायाब अली ने इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के तौर पर अपना आवेदन भरा है. नायाब पाकिस्तान के चुनाव आयोग की 'प्रांतीय मतदाता समिति' की भी सदस्य भी हैं.
'हिंदुस्तान टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक एसिड अटैक का शिकार रह चुकीं अली ने वहां के लोकल मीडिया को बयान देते हुए कहा, "मैंने इसे एक चैलेंज की तरह लिया है और अभी से ही सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू कर दिया है. मैं जल्द ही अपने गुरुओं और अपने लोगों से इस चुनाव के लिए संपर्क करूंगी."
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इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अली ने अपने लोगों के बीच समाज सेवा के बूते काफी नाम कमाया है. ट्रांसजेंडर होने की वजह से अली के परिवार ने उन्हें कच्ची उम्र में ही घर से निकाल दिया था. आपको बता दें कि अली पाकिस्तान के पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट हैं.
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रिपोर्ट में सबसे ख़ास बात ये बताई गई है कि चुनाव के बाद की आने वाले गर्मी के महीनों में अली अपनी किताब पब्लिश करवाने वाली हैं. ये इसलिए भी बड़ी बात है क्योंकि साहित्य के क्षेत्र में ट्रांसजेंडर की भूमिका के लिए ये ऐतिहासिक होगा.
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अली ने अपने बयान में आगे कहा है कि अगर वो जीतती हैं तो ओकारा में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए जी जान लगा देंगी. वहीं वो क्षेत्र की पानी, सफाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी से जुड़ी समस्याओं को जड़ से ख़त्म करने का काम करेंगी.