कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में कोरोना वायरस से संक्रमित होने का शक एक व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो गया. इस व्यक्ति ने बेचैनी की स्थिति में अस्पताल की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी. जिसके बाद में उसकी रिपोर्ट आई तो पता चला कि उसे कोरोना संक्रमण था ही नहीं. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि यह हादसा कराची के जिन्ना अस्पताल में हुआ.


यहां 37 वर्षीय एक व्यक्ति को कोरोना के लक्षणों के साथ लाया गया. अस्पताल की कार्यकारी निदेशक सीमी जमाली ने बताया कि कहा गया था कि यह व्यक्ति नशीले पदार्थ का सेवन भी करता रहा है. वह अचेत अवस्था में अस्पताल लाया गया था. होश में आने के बाद उसने अस्पताल से जाने के लिए हंगामा मचाया.


डॉ. जमाली ने बताया कि इस व्यक्ति के सीने का एक्सरे किया गया जिससे इसमें कोरोना वायरस होने का शक हुआ. इसके बाद उसे कोरोना के संदिग्ध मरीजों के वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.

उन्होंने कहा, लेकिन इस वार्ड में पहुंचने के बाद उसकी बेचैनी बहुत बढ़ गई और वहां से जाने की जिद करने लगा. उसने कपड़े उतार दिए और स्टाफ से अभद्रता की. इसके बाद उसे अस्पताल की तीसरी मंजिल पर एक कमरे में बंद कर दिया गया. उसने कमरे की खिड़की में लगी जाली को तोड़ दिया और वहां से कूद गया. उसके सिर में गंभीर चोट आई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

डॉ. जमाली ने बताया कि बाद में इस व्यक्ति की कोरोना जांच की रिपोर्ट आई जिससे पता चला कि उसे यह बीमारी नहीं थी. इस व्यक्ति को कोरोना ने नहीं, कोरोना के डर ने मार दिया.

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