Independence Day 2024 Special: पाकिस्तान देश बने हुए 77 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है. इस लंबे अरसे में हम अपने इतिहास के कितने ही हिस्सों से अनजान रहे. जहां 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान आजाद हुआ और उसके अगले दिन यानी 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी. हालांकि, हर साल ये सवाल उठता है कि दो देश जो एक साथ आज़ाद हुए, उनके स्वतंत्रता दिवस में एक दिन का अंतर कैसे आ गया? 


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 15 अगस्त, 1947 को भारत को ब्रिटिश राज से दो अलग-अलग राष्ट्रों - भारत और पाकिस्तान की कीमत पर अपनी स्वतंत्रता मिली. दोनों देशों ने एक साथ अपनी स्वतंत्रता ली. मगर, पाकिस्तान ने 14 अगस्त, 1947 को भारत से एक दिन पहले अपना स्वतंत्रता दिवस एक मुस्लिम प्रमुख राष्ट्र के रूप में मनाया, जबकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में उभरा.  


पाकिस्तान की आजादी का क्या था कारण?


इतिहास में भारत और पाकिस्तान के अलग होने और अलग-अलग दिन स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे कई तर्क दिए गए हैं. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि 14 अगस्त को पाकिस्तान को एक स्वतंत्र देश के रूप में मंजूरी मिली थी, इसलिए इसी दिन वहां आजादी का पर्व मनाया जाता है.


वहीं, एक तर्क ये भी दिया जाता है कि उस समय के मौजूदा वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ब्रिटिश गर्वमेंट के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद थे तो वो एक साथ दिल्ली और कराची नहीं जा सकते थे. इसलिए उन्होंने पाकिस्तान को सत्ता का ट्रांसफर 14 अगस्त को कर दिया था और भारत को 15 अगस्त को किया था. यही कारण था कि पाकिस्तान भारत से एक दिन पहले अपना आजादी का दिन मनाता है.


पाकिस्तान की आजादी के क्या हैं भौगोलिक कारण?


दरअसल, इसके पीछे दोनों देशों का स्टैंडर्ड टाइम है. चूंकिं, पाकिस्तान का स्टैंडर्ड टाइम भारत से 30 मिनट पीछे है. जब भारत में 12 बज रहे होते हैं, तब पाकिस्तान की घड़ियां 11.30 बजे का समय दिखाती हैं. माना जाता है कि ब्रिटिश सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता एक्ट पर हस्ताक्षर किए थे, उस दौरान रात के 12:00 बजे रहे थे. यानी इंडिया में 15 अगस्त थी और पाकिस्तान में 14 अगस्त के रात के 11:30 बज रहे थे.


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