नई दिल्ली: वॉलमार्ट इंक के अध्यक्ष व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डग मैकमिलन का मानना है कि भारत दुनिया के सबसे रोमांचक खुदरा बाजारों में से है. उन्होंने कहा कि देश के खुदरा बाजार की अपनी विशिष्टता है और यह 2025 तक बढ़कर 1,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.
कन्वर्जेंस@वॉलमार्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मैकमिलन ने बुधवार को कहा कि भारतीय बाजार की विविधता को देखते हुए कंपनी को ‘स्थानीय स्तर पर सोचना होगा और स्थानय स्तर पर ही क्रियान्वयन’ करना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘भारत इतना विविधता वाला बाजार है, कई मायनों में यह एक देश नहीं है. ऐसे में हमें स्थानीय सोचना होगा और स्थानीय का क्रियान्वयन करना होगा, जिसके अपने नियम होते हैं। ऐसे में हमें इन नियमों के अनुरूप चलना होगा.’’
विदेशी निवेश की अनुमति नहीं
मैकमिलन ने कहा कि अभी वॉलमार्ट को बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति नहीं है. ऐसे में कंपनी अलग तरीके से परिचालन कर रही है. वॉलमार्ट के शीर्ष कार्यकारी ने इस बात का जिक्र किया कि अमेरिका और चीन के साथ भारत उसके तीन प्रमुख बाजारों में से है. कन्वर्जेंस@वॉलमार्ट कार्यक्रम वॉलमार्ट ग्लोबल टेक इंडिया का प्रमुख कार्यक्रम है. मैकमिलन ने कहा कि वॉलमार्ट की ई-कॉमर्स इकाई फ्लिपकार्ट और डिजिल भुगतान कंपनी फोनपे दोनों ही तेजी से आगे बढ़ रही हैं. इन कंपनियों के आंकड़े उत्साहजनक हैं.
उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट के मंच पर अब तीन लाख से अधिक मार्केटप्लेस विक्रेता हैं. वहीं फोनपे के प्रयोगकर्ताओं की संख्या 30 करोड़ से अधिक हो चुकी है. फ्लिपकार्ट भारतीय बाजार में अमेरिकी की ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेजन की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है.
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