कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत और पाकिस्तान को वार्ता में शामिल होना चाहिए: इमरान खान
आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान और भारत को वार्ता करनी चाहिए और कश्मीर सहित अपने विवादों का समाधान करना चाहिए. संबंधों को सामान्य बनाने के लिए व्यापार शुरू किया जाना चाहिए.
इस्लामाबाद: कश्मीर मुद्दे सहित मतभेदों को सुलझाने के लिए पाकिस्तान और भारत को वार्ता में शामिल होना चाहिए. संबंधों को सामान्य बनाने के लिए व्यापार शुरू किया जाना चाहिए. यह बात मंगलवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कही.
इमरान ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भारत-पाक संबंधों पर पहले सीधे बयान में कहा कि गरीबी को खत्म करने और उपमहाद्वीप के लोगों के विकास के लिए बेहतर रास्ता वार्ता के माध्यम से मतभेदों को सुलझाना और व्यापार करना है.
खान ने ट्वीट किया, ‘आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान और भारत को वार्ता करनी चाहिए और कश्मीर सहित अपने विवादों का समाधान करना चाहिए.’ खान ने अंग्रेजी और उर्दू में अलग-अलग ट्वीट किया. क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के बचाव में उन्होंने ये ट्वीट किये जो 18 अगस्त को पाकिस्तान में खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद से विवादों में घिरे हुए हैं.
हाल के वर्षों में भारत-पाकिस्तान के संबंधों में काफी गिरावट आई है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो रही है. पाकिस्तान के समूहों द्वारा 2016 में आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया था.
खान ने नवजोत सिंह सिद्धू का भी बचाव किया जो शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद विवादों में घिरे हुए हैं. इमरान खान ने सिद्धू को ‘शांति का दूत’ करार दिया.
प्रधानमंत्री खान ने कहा, ‘मेरे शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पाकिस्तान आने के लिए मैं सिद्धू को धन्यवाद देता हूं. वह शांति के दूत थे और पाकिस्तान के लोगों ने उन्हें काफी प्यार दिया. भारत में जो लोग उन्हें निशाना बना रहे हैं वे उपमहाद्वीप में शांति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. शांति के बगैर हमारे लोगों की प्रगति नहीं हो सकती.’
इमरान खान ने 18 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी. इस शपथ ग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू ने इस समारोह में हिस्सा लिया था. समारोह में पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर बाजवा को को गले लगाने के कारण विवादों में घिर गए थे.
शपथ ग्रहण करने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान ने कहा था कि वे पीएम आवास की जगह सेना सचिव के तीन कमरों वाले घर में रहेंगे. देश पर बढ़ रहे कर्ज के संकट को कम करने के लिए इमरान ने कहा है कि वे सरकार के खर्चों में कटौती करेंगे.