Labour Mobility Agreement: हाल ही में भारत और पुर्तगाल के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई है. इस बातचीत में मजदूर प्रवासियों की सुविधाओं पर जोर दिया गया है. प्रवासन के लिए अतंरराष्ट्रीय संगठन ने भारत सरकार और पुतर्गाली प्रतिनिधिमंडल के बीच एक महत्वपूर्ण सुविधा दी है. दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय प्रवास को सुविधाजनक बनाने पर जोर दिया.
प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन (IOM-UN प्रवासन) और पुर्तगाल और भारत के राष्ट्रीय कार्यालयों से आयोजित की गई चर्चा, 29 नवंबर को हुई, जिसमें एक पुर्तगाली प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी देखी गई. इसमें बहुत से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के भागीदारों के प्रतिनिधि शामिल थे. इस मामले पर विदेश मंत्रालय में प्रवासी भारतीय मामले-1 के संयुक्त सचिव अनुराग भूषण ने कहा है कि भारत लंबे समय से प्रोफेशनल्स, स्टूडेंट्स की अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता का पेशेवर खिलाड़ी रहा है.
भारत से मांग ज्यादा
इसके साथ ही भारत अत्यधिक कुशल श्रमिकों के लिए सबसे ज्यादा मांग वाले देशों में से भी एक रहा है. ग्लोबल लेबर मार्केट में बढ़ रही विशेषज्ञता का मतलब ये है कि नई अर्थव्यवस्था के भीतर नए उद्योग और सर्विस एक्टिविटीज उभरती हैं. इसलिए खुले श्रम बाजार में अत्याधुनिक क्षेत्रों के विकास और विस्तार की अनुमति देने के लिए जल्दी और कुशलता से स्किल डेवलेपमेंट की जरूरत होगी.
सुरक्षा है महत्वपूर्ण
इसके अलावा इस द्विपक्षीय वार्ता पर आईओएम इंडिया के कार्यालय प्रमुख संजय अवस्थी ने कहा है कि भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए सुरक्षा और व्यवस्थित नियमित प्रवास सुनिश्चित करना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. IOM प्रवासियों और समाज के हित में नीतियों और कार्यक्रमों के विकास को सुविधाजनक बनाने, प्रवासियों और उनके परिवारों को प्रभावी सुरक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पुर्तगाल में भारतीय नागरिकों की आबादी फिलहाल करीब 30,251 है. वे मुख्य रूप से पंजाब (विशेष रूप से चंडीगढ़, अमृतसर और जालंधर) से हैं. भारत के अधिकांश प्रवासी श्रमिक मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में लगे हुए हैं.