India Austria Joint Press Conference: ऑस्ट्रिया के तीन दिवसीय दौरे पर गये भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (Dr S jaishankar) ने अपने समकक्ष अलेक्जेंडर शालेनबर्ग (Alexander Schallenberg) के साथ सोमवार (2 जनवरी) को ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शालेनबर्ग ने भारत को अपना विश्वस्त सहयोगी बताया.
इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मौजूदा समय में दोनों देश एक दूसरे के साथ लगभग 2.5 बिलियन डॉलर का व्यापार कारोबार कर रहे हैं. 150 से अधिक ऑस्ट्रियाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत में ऑस्ट्रिया की इन कंपनियों की संख्या पर्याप्त रूप से आगे बढ़े.
विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई है कि ऑस्ट्रियाई अर्थव्यवस्था में भारत की उपस्थिति में काफी वृद्धी हुई है. हमने आपस में कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए हैं और मुझे लगता है कि हम ऐसे ही आगे बढ़ते रहेंगे.
जी20 को लेकर क्या बोले जयशंकर?
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने हाल ही में जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की है. उन्होंने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य के रूप में अपना वर्तमान कार्यकाल भी पूरा कर लिया है. कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और पहलों में एक भागीदार के रूप में हम उस अंतर्दृष्टि की सराहना करते हैं जो ऑस्ट्रिया के साथ इतने सारे मुद्दों का स्वागत करते हैं.
यूक्रेन को लेकर क्या बोले भारत के विदेश मंत्री?
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने चल रहे यूक्रेन संघर्ष पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि यह मुद्दा भारत के लिए बहुत ही गहरी चिंता का विषय है. जयशंकर ने कहा कि भारत शांति के पक्ष में है और वह दोनों देशों से यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) से बातचीत और कूटनीति पर लौटने का आग्रह किया है.