Bangladesh Air Force Chief Shaikh Abdul Hannan: बांग्लादेश वायुसेना प्रमुख एअर मार्शल शेख अब्दुल हन्नान शनिवार को हैदराबाद में भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं की कम्बाइंड ग्रैजुएशन परेड ऑफ फ्लाइट कैडेट में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. हन्नान ने कहा कि दोनों देशों के बीच बेहद करीबी संबंध हैं और 1971 में बांग्लादेश आदाजी के बाद से संबंध और गहरे हुए हैं.


हन्नान ने कहा, "दोनों देशों को क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभानी है. हमारे रक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से संयुक्त अभ्यास करते हैं कि हमारे प्रयासों में तालमेल रहे. बांग्लादेशी वायु सेना की स्थापना 28 सितंबर 1971 को भारत के दीमापुर में हुई थी. उस विरासत के साथ आज दोनों देशों के बीच परस्पर विश्वास और सम्मान है."


भारत और बांग्लादेश के बीच बेहद करीबी संबंध
हन्नान ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच बेहद करीबी संबंध हैं. 1971 में बांग्लादेश की आजादी के बाद से दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं. मजबूत संबंध मुझे 1971 के मुक्ति संग्राम में भारत और खासतौर पर भारतीय वायु सेना के अमूल्य योगदान की याद दिलाते हैं.


वायुसेना भविष्य में युद्ध  में अहम भूमिका निभाएंगी
ट्रेनी कैडेट को सलाह देते हुए हन्नान ने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस युग में वायु और अंतरिक्ष शक्ति 21वीं सदी की युद्ध कला में अहम भूमिका निभाएंगी और भविष्य में भी ऐसा करती रहेंगी और आने वाले समय में युद्ध में कई सुरक्षा चुनौतियां आएंगी.  जिनसे टेक्नोलॉजी  क्षमताओं में लगातार सुधार करके तथा उन्हें उन्नत बनाकर प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है.


समय के साथ रणनीतियां नयी होनी चाहिए
बांग्लादेशी वायुसेना के प्रमुख ने ये भी कहा कि वक्त रहते और समय की बढ़ती डिमांड के लिए अच्छी तरह से तैयार रहने के रणनीतियां गतिशील, लचीली और नये होनी चाहिए. कि भारतीय वायुसेना युवा और कुछ नया करने वाले लोगों का अधिकतम इस्तेमाल करने के लिए तैयार है, जो चुनौतियों से पेशेवर तथा प्रतिस्पर्धी तरीके से निपट सकते हैं. 


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