India Bangladesh Relations : बांग्लादेश में सियासी संकट के बाद शेख हसीना ढाका छोड़कर भारत आईं. ढाका में अंतरिम सरकार भी बन गई, लेकिन वहां हिंसा अभी नहीं रुक रही. हिंदुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. कई जगह ये भी सवाल उठ रहे हैं कि बांग्लादेश में इन सबके पीछे अमेरिका का हाथ है, क्या मोहम्मद युनूस सीआईए के एजेंट हैं, इस मुद्दे पर पाकिस्तानी यूट्यबर कमर चीमा ने एक वीडियो जारी किया. इसमें अमेरिकी प्रोफेसर व ग्लोबल स्ट्रेट्जी एक्सपर्ट मुक्तदर खान भारत के खिलाफ ही जहर उगलने लगे. उन्होंने बांग्लादेश में हुए इस संकट के लिए मोदी सरकार के लिए फेलियर बता दिया.


कहा कि ये भारत सरकार की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी की विफलता को दर्शाता है. उन्होंने मालदीव के विदेश मंत्री एस जयशंकर की यात्रा पर भी तंज कसा. कहा वो अब भारत का पड़ोसी नहीं, बल्कि चीन का पड़ोसी हो गया. जब दूध उबल गया, तब आप चूल्हा बंद करने क्यों गए? मालदीव से इंडिया आउट हो गया है, अब जानें का क्या फायदा. 


मोदी सरकार की हिंदुत्व पॉलिसी से हुआ नुकसान
मुक्तदर खान ने कहा, इंडिया में सबसे बड़ी प्रॉब्लम हिंदु्त्व है. वहां की सरकार ने खुद को खुदा बना लिया है. मोदी है तो सबकुछ है, ये सब क्या है. मालदीव हाथ से चला गया, बांग्लादेश खत्म हो गया, नेपाल आपसे चिढ़ा हुआ है, पाकिस्तान से कोई रिश्ते ठीक नहीं हुए, फिर किस बात पर घमंड है. उन्होंने कहा कि भारत बहुत ही घमंड में लोगों से बात करता है. अपने हथियार और हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए दबाव भी बनाता है. इंडिया की हिंदुत्व पॉलिसी ने साउथ एशिया के मुस्लिमों को थोड़ा परेशान किया है, हो सकता है शायद इसलिए ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं. यह एक एंटी इंडिया सेंटिमेंट है. वहीं, इंडिया शेख हसीना के लिए इतना ओपनली नजदीक आ गया. इंडिया ने शेख हसीना को दिल्ली में रखा है, ये भी कहीं न कहीं हिंदुओं पर हमले का कारण है. 


मोहम्मद युनूस अमेरिका का आदमी है?
बांग्लादेश में संकट के पीछे अमेरिकी साजिशें, इस सवाल के जवाब पर मुक्तदर खान ने कहा, हां ऐसा लगता है कि इस साजिश के पीछे किसी बाहरी का हाथ है, लेकिन सीआईए ने करवाया या नहीं ऐसा कुछ नहीं है, हां, लेकिन थ्योरी बिल्कुल वैसी ही है.ईरान में भी पहले कभी ऐसा ही हुआ था. कुछ दिन पहले नरेंद्र मोदी रूस की यात्रा पर गए थे, हो सकता है अमेरिका ने इस चिढ़ की वजह से बांग्लादेश छीनने की रणनीति बनाई हो, लेकिन यह भारत के लिए बहुत बुरी स्थिति है, क्योंकि अंतरिम सरकार में जितने भी मंत्री हैं, उनमें ज्यादातर भारत विरोधी हैं. वहीं, उन्होंने कहा, अगर अमेरिका का इसमें हाथ होता और जिस तरह की स्थिति है,  ऐसे में चीन के फायदा उठाने का भी डर होता. मुझे नहीं लगता कि अमेरिका ने ऐसा किया होगा. उन्होंने आईएसआई को लेकर भी कहा, उसका कोई हाथ नहीं है, उसे वैसे भी बहुत पाकिस्तान में काम रहते हैं.


जल्द चुनाव न हुए तो भारत के लिए खतरा
बांग्लादेश में अभी अंतरिम सरकार बनी है, अगर वहां जल्द चुनाव नहीं हुए तो ये भारत के लिए भी खतरा होगा. अवामी लीग पार्टी भी चुनाव लड़ने की बात कह चुकी है. अभी शेख हसीना भारत में हैं. जब तक वह भारत में रहेंगी, उसके लिए खतरा रहेगा. हो सकता है कि शेख हसीना यूएई चली जाएं, लेकिन यएई उन्हें नहीं रखेगा, हां अगर इंडिया कहे तो ऐसा हो सकता है, क्योंकि इंडिया के काफी अच्छे संबंध हैं. 


ये भी पढ़ें : 'बांग्लादेश में हिंदुओं का कत्लेआम, मंदिरों में तोड़फोड़, चुनचुकर मारा जा रहा', 50 से ज्यादा लेखकों ने सरकार को लिखा खत