Brahmos Missile: भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. इसकी बेहतरीन क्वालिटी को देखते हुए कई देश इसे अपने बेड़े में शामिल करने के लिए दिलचस्पी दिखा रहे हैं. हाल ही में ब्रह्मोस मिसाइल के लिए फिलीपीन्स ने भारत सरकार के साथ खास बातचीत की थी. भारत के इस ब्रह्मास्त्र के लिए अब पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका के देश भी आगे आ रहे हैं. यह डिमांड खासकर फाइटर जेट द्वारा दागे जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल में देखी जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो खाड़ी देशों की तरफ से जिन मुस्लिम देशों ने ब्रह्मोस मिसाइल में दिलचस्पी दिखाई है. उसमें सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का नाम प्रमुख है. हाल में इन देशों को ईरान समर्थित हूती समूहों से खतरा बढ़ा है. यही वजह है कि वह भारत की सुपरसोनिक मिसाइल में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
भारत-सऊदी अरब की नजदीकी से पाकिस्तान को झटका
पिछले कुछ सालों में सऊदी अरब की सेना पर पाकिस्तान का प्रभाव काफी रहा है, लेकिन मौजूदा समय में प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का झुकाव भारत की तरफ नजर आ रहा है. ऐसी स्थिति में अगर भारत और सऊदी के बीच ब्रह्मोस डील होती है तो यह पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका होगा.
हाल के दिनों में भारत और सऊदी अरब के बीच नजदीकियां काफी बढ़ी हैं. दोनों देशों की सेनाओं ने एक सयुंक्त अभ्यास भी किया है. भारत और सऊदी अरब के बीच दिन प्रतिदिन बढ़ती दोस्ती पाकिस्तान के नजरिए से बिल्कुल सही नहीं है.
ब्रह्मोस की खासियत
भारत और रूस द्वारा बनाई गई ब्रह्मोस मिसाइल सुपरसोनिक स्पीड से 450 किमी दूर दुश्मन ठिकाने को तबाह करने में माहिर है. ये मिसाइल 200 किलो का वॉरहेड ले जाने में सक्षम है. यह हवा में वार करने के साथ-साथ जमीनी हमले को अंजाम देने में भी माहिर है. यही वजह है कि सभी देश इसमें अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
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