India Canada Relation: भारत-कनाडा संबंधों में कड़वाहट आने से कुछ सप्ताह पहले, कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) की निदेशक वैनेसा लॉयड ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने देश की राजनीति को प्रभावित करने में भूमिका निभाई है और इस्लामाबाद की कार्रवाइयां खालिस्तानियों के समर्थन से जुड़ी हुई हैं.


लॉयड की टिप्पणियों का एक वीडियो, जो उन्होंने पिछले महीने देश के विदेशी हस्तक्षेप आयोग के सामने दिया था, मंगलवार (15 अक्टूबर) को भारत-कनाडा के बीच राजनयिक विवाद बढ़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. लॉयड ने 27 सितंबर को विदेशी हस्तक्षेप आयोग के एक सत्र के दौरान कहा, "पाकिस्तान के साथ जुड़ाव लगातार भारत के प्रभाव को कम करने की कोशिश के साथ संतुलन में है."


भारत-कनाडा के बीच तकरार बढ़ने के बाद वायरल हुआ वीडियो


उन्होंने गवाही के दौरान कहा, "पाकिस्तान का प्रभाव सीधे तौर पर खालिस्तानी चरमपंथ के समर्थन से जुड़ा हुआ है, जो कनाडा की चुनावी प्रक्रियाओं में विदेशी हस्तक्षेप की व्यापक जांच का हिस्सा था. यह वीडियो तब वायरल हुआ जब ओटावा ने मामले में कुछ निष्कर्षों को देखते हुए भारत के खिलाफ संभावित प्रतिबंधों का संकेत दिया और नई दिल्ली ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को जोरदार तरीके से खारिज कर दिया. कनाडाई अधिकारियों ने भारतीय एजेंटों पर खालिस्तान समर्थकों को निशाना बनाकर हत्या, जबरन वसूली और हिंसक कृत्यों में शामिल होने का भी आरोप लगाया.


पिछले साल कनाडा ने लगाए थे भारत पर ये आरोप 


सोमवार (14 अक्टूबर 2024) को भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और निज्जर की हत्या की जांच से राजदूत को जोड़ने के ओटावा के आरोपों को खारिज करने के बाद कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने की घोषणा की थी. बता दें कि पिछले साल सितंबर में ट्रूडो की ओर से निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए थे. तब नई दिल्ली ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था. सोमवार (14 अक्टूबर) को मीडिया ब्रीफिंग में अपनी टिप्पणी में ट्रूडो ने रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) के निष्कर्षों का हवाला देते हुए दावा किया कि उनके पास स्पष्ट सबूत हैं कि भारत सरकार के एजेंट ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं जो सार्वजनिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा हैं."


भारत पर लगाया था कनाडा में आतंक फैलाने का आरोप


इसके अलावा, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने मंगलवार आरोप लगाया कि भारतीय एजेंट दक्षिण एशियाई समुदाय, विशेष रूप से कनाडा में खालिस्तान समर्थकों को निशाना बनाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टर की मदद ले रहे हैं. भारतीय सरकार के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि कनाडाई अधिकारियों का यह दावा कि कनाडा ने निज्जर मामले में भारत को विश्वसनीय सबूत पेश किए हैं, बिल्कुल सच नहीं है.


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