India Canada Tension Row: कनाडा अब तक सिर्फ खालिस्तानियों का समर्थन कर रहा था पर अब वहां की सरकार भी अलगाववाद की चिंगारी को भड़काने लगी है. सोमवार (14 अक्टूबर, 2024) को इस बात की बानगी तब देखने को मिली, जब वहां की पुलिस यानी कि रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के चीफ ने सिख समुदाय के लोगों से खुलकर बोलने की अपील की. 


आरसीएमपी के कमिश्नर माइक ड्यूहेम की ओर से यह अपील ऐसे समय पर गई है, जब वहां की पुलिस भारत सरकार को कनाडाई धरती पर हिंसा के अभियान से जोड़ने के आरोपों की जांच में जुटी है. न्यूज वेबसाइट 'कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन' (सीबीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, आरसीएमपी चीफ ने सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाया कि भारत सरकार के एजेंट्स ने कनाडा में हत्याओं के साथ हिंसा की "व्यापक" घटनाओं में भूमिका निभाई है.


कनाडा पुलिस के चीफ ने सिखों से की यह अपील


प्रेस कॉन्फ्रेंस (पीसी) के दौरान माइक ड्यूहेम ने यह आरोप भी लगाया कि कनाडा में भारत के डिप्लोमैट्स और काउंसलर ऑफीशियल्स का कनाडाई लोगों की हत्याओं, उगाही और उकसाने जैसी घटनाओं से सीधा कनेक्शन है, जबकि मंगलवार (15) को 'रेडियो-कनाडा' के साथ इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपील की कि जिन भी लोगों को इस बारे में कुछ भी पता हो, वे आगे आकर उसकी जानकारी पुलिस (सरकारी एजेंसी) को दें. 



सुरक्षा बहाना, असल मकसद अलगाववाद की चिंगारी भड़काना?


आरसीएमपी के मुखिया की ओर से कहा गया, "अगर लोग आगे आएंगे और बातें बताएंगे तब हम उनकी मदद कर पाएंगे. मैं कहता हूं कि अगर आप आगे आ सकते हैं तो ऐसा करिए. लोग कनाडा में सुरक्षित महसूस करने के लिए आते हैं और हमारा काम यह सुनिश्चित करना है कि हम उन्हें सुरक्षित माहौल मुहैया कराएं."


निज्जर केस में भारत से सूचना साझा करने का कनाडा का दावा गलत


आरसीएमपी का यह भी आरोप है कि देश में दक्षिण एशियाई समुदाय विशेष रूप से ‘‘खालिस्तानी समर्थक तत्वों’’ को निशाना बनाने वाला बिश्नोई गिरोह भारत सरकार के ‘‘एजेंट’’ से जुड़ा है. कनाडाई अधिकारियों की ओर से भारतीय एजेंट को कनाडा में क्रिमिनल गैंग से जोड़ने के प्रयासों को भारत ने सिरे से खारिज किया है. नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया कि सिख चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर से जुड़े केस में भारत के साथ जानकारी साझा करने का कनाडा का दावा सरासर गलत है.


तनाव के बीच कनाडा के खिलाफ भारत ले चुका है यह ऐक्शन!


सूत्रों की मानें तो कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के उन आरोपों को भी खारिज किया कि भारत उनके देश में कनाडाई नागरिकों को निशाना बनाकर सीक्रेट अभियान चलाने जैसी गतिविधियों में शामिल है. इंडिया ने इससे पहले हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच से राजदूत को जोड़ने के कनाडा के आरोपों को खारिज करते हुए सोमवार को छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित करने और वहां से उच्चायुक्त को वापस बुलाने का ऐलान किया था. 


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