India Latest News: एशिया में अगर किन्ही 2 देशों के बीच आगे निकलने की सबसे ज्यादा होड़ है, तो वह दोनों देश भारत और चीन हैं. दोनों ही देश लगातार विकास कर रहे हैं और विकसित राष्ट्र बनने की राह पर अग्रसर हैं. एक दूसरे से आगे निकलने की रेस में इन दोनों देशों के रिश्ते भी हाल के दिनों में खराब हुए हैं. कई बार दोनों देशों की सीमाओं पर छोटी मोटी झड़प भी देखने को मिली है. हालांकि, दोनों देश अबतक किसी बड़े युद्ध से बचते हुए नजर आए हैं. 


युद्ध के बड़े आभास को देखते हुए दोनों देश सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार अपनी पकड़ मजबूत बना रहे हैं. भारत सरकार भी इसमें पीछे नहीं है. हाल ही में अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे प्रोजेक्ट के निर्माण का ऐलान किया गया था. इसपर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन भारत पर इसका कुछ खास असर नहीं पड़ा है. रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे मंत्रालयल ने इस परियोजना के लिए 6000 करोड़ रुपए आवंटित कर दिए हैं. यह आवंटन 11 अलग अलग पैकेजों के लिए हुए हैं.


क्या है अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे प्रॉजेक्ट? 


भारत, चीन से सटे अपने सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए अरुणाचल फ्रंटियर हाईवे का निर्माण कर रहा है. यह हाईवे करीब 1748 किलोमीटर का बनाया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसका काम अप्रैल में शुरू हो जाएगा. 


फ्रंटियर हाईवे वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब 20 किलोमीटर पास से गुजरेगा. इस हाईवे से यांगत्से की दूरी बेहद कम है. हाल ही में भारत और चीन की सेना इसी क्षेत्र में आमने-सामने हुई थी. इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच झड़प भी देखने को मिली थी. 


भारत की 3 नामचीन एजेंसियां एक साथ कर रही हैं काम 


इस हाईवे को देश की 3 नामचीन एजेंसियां एक साथ मिलकर बना रही हैं. इन तीनों एजेंसियो के नाम स्टेट पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन और नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन है.


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