नयी दिल्ली/बीजिंग: भारत और चीन की सेना ने आज बॉर्डर पर्सनल मीटिंग (बीपीएम) की. इसमें दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति कायम रखने और विश्वास बहाली के तमाम उपायों पर काम करने का संकल्प लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पिछले सप्ताह मध्य चीनी शहर वुहान में अनौपचारिक शिखर वार्ता करने के बाद दोनों देशों के बीच इस तरह की यह पहली बैठक है. मोदी और जिनपिंग ने सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर दोनों देशों के बीच रणनीतिक संचार (कम्युनिकेशन) को मजबूत करने पर सहमति जताई थी.
बीपीएम की बैठक लद्दाख के चुसुल में हुई. सूत्रों ने बताया कि यह रस्मी बीपीएम था और बैठक के दौरान बॉर्डर मैनेजमेंट के मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि ये बातचीत विवादित सीमा पर तनाव कम करने और अविश्वास को खत्म करने के उपायों पर केंद्रित थी. अपनी अनौपचारिक शिखर वार्ता में मोदी और जिनपिंग ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच संवाद को मजबूत बनाने और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच विश्वास और समझ बनाने के लिये ‘रणनीतिक मार्गदर्शन’ जारी करने का फैसला किया था.
यह फैसला डोकलाम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 73 दिनों तक चले गतिरोध के कुछ महीने बाद किया गया. सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन की सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव को कम करने के लिये कई कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच भरोसे का निर्माण करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और सीमा पर तनाव कम करने के उपायों पर विचार किया जा रहा है. इसमें ‘मिलजुल कर गश्त लगाने’ समेत अन्य कदम शामिल हैं.
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तालमेल करके गश्त लगाने के तहत हर पक्ष दूसरे पक्ष को विवादित क्षेत्र में अपना गश्ती दल भेजने से पहले सूचना देगा. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष स्थानीय घटनाओं का हल 2003 के समझौते के प्रावधानों के अनुसार करेंगे. सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) और उनके चीनी समकक्ष के बीच काफी समय से लंबित हॉटलाइन स्थापित करने पर भी काम कर रहे हैं.
बॉर्डर पर्सनल मीटिंग (बीपीएम) मजदूर दिवस के मौके पर हुई और सैनिक और उनके परिवार के सदस्यों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. दोनों पक्षों ने अरुणाचल प्रदेश के किबिथे में वाचा सीमा चौकी पर तोहफे का आदान-प्रदान किया.
भारत-चीन के बीच नाथुला से सीमा व्यापार बहाल
नाथुला सीमा से भारत और चीन के व्यापारियों के बीच 2018 में द्विपक्षीय व्यापार आज शुरू हो गया. दोनों ओर से व्यापारियों और सरकारी अधिकारियों ने एक दूसरे को उपहार और शुभकामनाएं दीं. सिक्किम सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले साल डोकलाम गतिरोध के बाद व्यापार बाधित हो गया था. व्यापारियों को उम्मीद है कि इस साल कोई समस्या नहीं आएगी.
भारत और तिब्बती क्षेत्र के व्यापारियों ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि इस साल कोई समस्या नहीं आएगी. अधिकारी ने कहा कि पिछले साल जुलाई में व्यापार रोक दिया गया था. सिक्किम वाणिज्य और उद्योग विभाग के एक अधिकारी ने आज सीमा पर कहा कि 2016-2017 के दौरान भारत-चीन सीमा नाथुला के जरिये 3.54 करोड़ रूपये कीमत के सामानों का व्यापार हुआ था.
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